सरबजीत की भूमिका को याद करते हुए रणदीप बोले – ‘कर्म ने उसके हत्यारे को पकड़ लिया है’

अज्ञात बंदूकधारियों ने रविवार को अमीर तनबा की हत्या कर दी, जो 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में सरबजीत सिंह की हत्या के पीछे एक प्रमुख व्यक्ति था।

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  • Publish Date - April 15, 2024 / 05:20 AM IST

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। अभिनेता रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) ने 2016 में बायोग्राफिकल ड्रामा ‘सरबजीत’ में भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि वह कर्म सामने आता है, भले ही वह अज्ञात लोगों के माध्यम से ही क्यों न किया गया हो।

अज्ञात बंदूकधारियों ने रविवार को अमीर तनबा की हत्या कर दी, जो 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में सरबजीत सिंह की हत्या के पीछे एक प्रमुख व्यक्ति था।

अमीर तनबा लाहौर के इस्लामपुरा में जब अपने घर के बाहर खड़ा था, उसी समय मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीबारी की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।

अमीर तनबा की हत्या को भाड़े के हत्यारों द्वारा की गई “बदले की हत्या” के रूप में देखा जा रहा है। आईएएनएस से बात करते हुए भावुक रणदीप ने कहा कि यह सब कर्म के बारे में है।

अभिनेता ने कहा, “सरबजीत की बायोपिक करते समय यह हमेशा एक बहुत ही दुखद एहसास था कि जब उसे भारत प्रत्यर्पित करने और उसे अपने परिवार के पास वापस लाने की चीजें होने वाली थीं, तो उसकी जेल में हत्या कर दी गई।”

रणदीप सरबजीत की बहन दलबीर कौर के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे, जिनका 2022 में निधन हो गया था।

अभिनेता ने कहा, “हमलावर के मारे जाने की बात सुनकर मुझे आश्चर्य है कि दलबीर को क्या महसूस हुआ होगा। मुझे यकीन है कि सालों तक उसे पाने के लिए संघर्ष करने के बाद उसे न्याय मिलने का एहसास हुआ होगा।”

उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सरबजीत की बेटियों को बुलाएंगे और उनसे बातचीत करेंगे!

‘सरबजीत’ का निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है, जिसमें रणदीप हुड्डा ने सरबजीत सिंह की भूमिका निभाई है। सरबजीत को 1991 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी और कथित आतंकवाद व जासूसी के लिए 22 साल जेल में बिताए थे। फिल्म में ऐश्‍वर्या राय, ऋचा चड्ढा और दर्शन कुमार भी हैं।