नई दिल्ली: हमारे किचन में रखी सौंफ (saunf) सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। अधिकतर लोग इसे भोजन के बाद माउथ फ्रेशनर के तौर पर खाते हैं, लेकिन आधुनिक विज्ञान और आयुर्वेद दोनों में इसे प्राकृतिक औषधि माना गया है।
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, विटामिन C, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा, फेनोलिक एसिड और फ्लावोनोइड्स जैसे यौगिक शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं और हानिकारक फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।
सौंफ चबाने से पेट की मांसपेशियों को आराम मिलता है और पाचन एंजाइम्स एक्टिव होते हैं, जिससे गैस और अपच से राहत मिलती है।
सौंफ भूख को नियंत्रित करती है। इसे चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है और ओवरईटिंग कम होती है।
सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में सूजन कम करते हैं। यह जोड़ों के दर्द और पीरियड्स के दर्द में भी राहत देती है।
इसमें मौजूद नेचुरल ऑयल मुंह की दुर्गंध को दूर करते हैं और सांसों को ताजा बनाते हैं।
सौंफ का सेवन महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, खासकर पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में राहत देने के लिए।
लाहौर यूनिवर्सिटी, पाकिस्तान की रिसर्च के मुताबिक, सौंफ एक शक्तिशाली प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो एजिंग और बीमारियों के कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ती है।
इसके पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।