नई दिल्ली: लहसुन (garlic) न केवल हमारे भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि भी है, जो सेहत के कई फायदे देती है। आयुर्वेद में इसे एक बहुमूल्य औषधि माना गया है, जिसमें मौजूद गंधक, एलिसिन, विटामिन बी6, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसे तत्व इसे स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक उपयोगी बनाते हैं।
लहसुन की तासीर गर्म मानी जाती है और यह वात और कफ दोष को शांत करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से न केवल शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है, बल्कि यह हृदय संबंधी समस्याओं से भी बचाता है। जानिए लहसुन के सर्दी-गर्मी के मौसम में होने वाले फायदे:
लहसुन के सेवन से धमनियों में जमी अवरोधों को साफ करने में मदद मिलती है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, जो हृदय रोगों से बचने के लिए फायदेमंद है।
लहसुन पाचन शक्ति को बढ़ाता है, जिससे पेट की अग्नि तेज होती है। यह कब्ज, गैस, अपच जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है और पेट को साफ रखता है।
लहसुन की प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली क्षमता सर्दी, खांसी और अन्य मौसमी संक्रमणों से बचाव करती है। आयुर्वेद में इसे एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में जाना जाता है, जो शरीर को बाहरी संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है।
लहसुन को जोड़ों के दर्द, गठिया और अर्थराइटिस में लाभकारी माना जाता है। यह वात और कफ दोष से संबंधित समस्याओं को कम करता है और शरीर में लचीलापन बनाए रखता है।
लहसुन का लेप त्वचा पर होने वाले संक्रमण, फोड़े-फुंसी और अन्य त्वचा रोगों में भी उपयोगी साबित होता है। यह त्वचा की समस्याओं को जल्द ठीक करने में मदद करता है।
लहसुन और शहद का मिश्रण – लहसुन और शहद का मिश्रण शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और सर्दी-खांसी में राहत देता है।
लहसुन का काढ़ा – लहसुन का काढ़ा सर्दी-खांसी में फायदेमंद होता है।
खाली पेट कच्ची कलियां – रोजाना खाली पेट 1-2 कच्ची लहसुन की कलियां खाना सेहत के लिए फायदेमंद है।
लहसुन की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका अत्यधिक सेवन पेट में जलन या पसीना उत्पन्न कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
नियमित और संतुलित आयुर्वेदिक पद्धति से लहसुन का सेवन जीवन को स्वस्थ, ऊर्जावान और रोगमुक्त बनाए रखता है।