VITAMIN-A: विटामिन-ए (Vitamin A) एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो शरीर की कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है। यह केवल आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है,बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य (overall health)के लिए भी बेहद जरूरी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को ऐसे चीजों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए जिससे शरीर के लिए जरूरी अधिकतर पोषक तत्व आसानी से प्राप्त हो सकें। अध्ययनों से पता चलता है कि हमें नियमित रूप से कई प्रकार के विटामिन्स की जरूरत होती है। विटामिन-ए उनमें से एक है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, विटामिन-ए एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो शरीर की कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है। यह न केवल आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है। विटामिन-ए को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ रखने, हड्डियों को मजबूत बनाने से लेकर प्रजनन क्षमता को सुधारने तक के लिए बहुत लाभदायक पाया गया है।
विटामिन-ए को आंखों के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने और रतौंधी जैसी बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन-ए को बहुत फायदेमंद पाया गया है। शोध के अनुसार, विटामिन-ए की कमी रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा और रतौंधी जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।
कम उम्र से ही अगर आहार में विटामिन-ए वाली चीजों को शामिल कर लिया जाए तो भविष्य में ये एज रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन जैसी समस्याओं से बचाए रखने में आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
विटामिन-ए के फायदे सिर्फ आंखों को सेहतमंद रखने तक ही सीमित नहीं हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए भी इसे अपने आहार में जरूर शामिल किया जाना चाहिए।
विटामिन-ए शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। व्हाइड ब्लड सेल्स को सक्रिय करके शरीर को संक्रमण से बचाए रखने में भी ये विटामिन बहुत फायदेमंद माना जाता है। साल 2020 के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों में विटामिन-ए की कमी थी उनमें डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा अधिक देखा गया।
विटामिन-ए में मौजूद बीटा-कैरोटीन शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। यहां जानना जरूरी है कि शरीर में फ्री रेडिकल्स का बढ़ना कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाने वाला हो सकता है। विटामिन-ए के एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
इतना ही नहीं इसका नियमित सेवन करने से हार्ट डिजीज, कैंसर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है।
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