डायबिटीज-आर्थराइटिस के ये लक्षण किडनी रोगों का भी हो सकते हैं संकेत

By : dineshakula, Last Updated : April 1, 2023 | 8:06 am

Health Issues: आहार और दिनचर्या की गड़बड़ी ने शरीर में जिन अंगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, किडनी उनमें से एक है। किडनी के महत्वपूर्ण कार्यों में से एक रक्त को साफ करना है। रक्त को साफ करने के साथ किडनी अतिरिक्त तरल पदार्थ, रसायनों और अपशिष्टों को फिल्टर करने में भी मदद करती है। यही कारण है कि अगर इस अंग में किसी भी तरह की दिक्कत बढ़ने लगती है तो शरीर में विषाक्तता बढ़ने के साथ कई प्रकार की और भी दिक्कतों का खतरा बढ़ जाता है।

लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के साथ कुछ प्रकार की बीमारियां जैसे मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) का खतरा आम है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी उम्र के लोगों को किडनी की सेहत का ध्यान रखते हुए इससे संबंधित बीमारियों के लक्षणों पर गंभीरता से ध्यान देते रहने और बचाव की आवश्यकता है।

अगर समय रहते लक्षणों का पता चल जाता है तो इससे रोग को बढ़ने से रोकने और किडनी को गंभीर क्षति होने से बचाया जा सकता है।

किडनी की बीमारियों के लक्षण

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, क्रोनिक किडनी डिजीज के लक्षण समय के साथ विकसित होते हैं। किडनी की कार्यक्षमता में कमी के कारण शरीर के अपशिष्ट बढ़ने या इलेक्ट्रोलाइट समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। इस प्रकार की स्थित में आपको कई प्रकार की दिक्कतें हो सकती हैं, जिनपर विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता है।
* जी मिचलाना-उल्टी करना
* भूख में कमी
* थकान और कमजोरी
* नींद की समस्या
* पेशाब कम या ज्यादा होना
* मांसपेशियों में ऐंठन
इसके अलावा दो ऐसे लक्षण हैं जो आपको कुछ और बीमारियों में भी हो सकते हैं, पर किडनी की समस्याओं में भी इसपर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
सामान्य से अधिक बार पेशाब की इच्छा

क्या आपको भी बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होती है। यह समस्या किडनी और डायबिटीज दोनों ही बीमारियों में हो सकती है। हालांकि खासकर रात में ऐसी दिक्कत होना किडनी की बीमारी का संकेत माना जाता है। जब किडनी के फिल्टर खराब होने लगते हैं, तो इससे पेशाब करने की इच्छा में वृद्धि हो सकती है। कभी-कभी यह पुरुषों में मूत्र संक्रमण या बढ़े हुए प्रोस्टेट का संकेत भी हो सकता है।

टखनों और पैरों में सूजन

पैरों में सूजन की समस्या गठिया के कारण भी हो सकती है, पर इसे किडनी की बीमारियों में भी ध्यान देना चाहिए। आपके टखनों और पैरों में सूजन, किडनी की समस्या विशेषतौर पर किडनी रिटेंशन के कारण होती है। पैर निचले हिस्सों में सूजन को हृदय रोग, लिवर के रोग और पैर की नसों की समस्याओं का भी संकेत माना जाता है। इन समस्या पर गंभीरता से और समय रहते ध्यान देने की जरूरत है।