करवा चौथ 2025: इन 5 गलतियों से टूट सकता है व्रत, जानें जरूरी नियम

By : ira saxena, Last Updated : October 9, 2025 | 11:55 am

Karwa Chaut: करवा चौथ 2025 का पर्व इस बार भी पूरे देश में सुहागिन महिलाओं द्वारा बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। यह व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है और अखंड सौभाग्य, पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए किया जाता है।

धार्मिक परंपराओं के जानकार पं. राज मिश्रा के अनुसार, करवा चौथ का व्रत बहुत पवित्र माना जाता है, लेकिन कई बार महिलाएं कुछ सामान्य गलतियों की वजह से इस व्रत का पुण्यफल खो देती हैं या व्रत टूट जाता है। आइए जानते हैं वे 5 जरूरी नियम, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है:

1. चंद्रमा को अर्घ्य दिए बिना न करें व्रत पूर्ण
करवा चौथ का व्रत तब तक अधूरा माना जाता है जब तक चंद्रमा को अर्घ्य न दिया जाए। यदि किसी कारण चंद्रमा के दर्शन न हो पाएं, तो चांदी के सिक्के या भगवान शिव के मस्तक पर विराजे चंद्रमा का ध्यान करके व्रत पूर्ण कर सकते हैं। चंद्रदर्शन से पहले व्रत तोड़ना वर्जित है।

2. मासिक धर्म के दौरान न करें पूजन या अर्घ्य
अगर व्रत के दिन किसी महिला को मासिक धर्म शुरू हो जाए तो उसे व्रत तोड़ने की जरूरत नहीं होती, लेकिन न तो उसे चौथ माता की पूजा करनी चाहिए और न ही चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का पुण्यफल नहीं मिलता।

3. दिन में न करें नींद का सेवन
करवा चौथ के दिन दिन में सोना मना है। मान्यता है कि दिन में सोने से व्रत की शक्ति कमजोर होती है। हालांकि यह नियम बुजुर्ग और बीमार महिलाओं पर लागू नहीं होता।

4. सूतक लगने पर न करें पूजा-पाठ
यदि व्रत वाले दिन घर में किसी की मृत्यु हो जाए और सूतक लग जाए, तो महिला व्रत जारी रख सकती है, लेकिन पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। इससे दोष लग सकता है।

5. नुकीली चीजों से करें परहेज
व्रत के दिन सुई, कैंची, चाकू जैसी नुकीली वस्तुओं का उपयोग करना अशुभ माना गया है। इन चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह व्रत की पवित्रता को प्रभावित कर सकता है।

करवा चौथ का व्रत न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह पति-पत्नी के रिश्ते को और भी मजबूत करता है। इसलिए इस दिन नियमों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि व्रत सफल और फलदायी हो।