कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर सियासी बवाल: कांग्रेस बोली- कानून बना दें, लड़कियों के कपड़ों का डिजाइन भी तय कर दें

“ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को बाहर निकलते समय अपने सुरक्षा अधिकारी और स्थानीय प्रशासन को सूचित करना चाहिए था। क्रिकेटर भारत में बेहद लोकप्रिय हैं, इसलिए उन्हें सतर्क रहना चाहिए।”

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  • Publish Date - October 27, 2025 / 05:33 PM IST

इंदौर, मध्यप्रदेश : इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम (Australian cricket) की दो खिलाड़ियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसे “असंवेदनशील” और “महिलाओं का अपमान” बताया है।

åदरअसल, विजयवर्गीय ने रविवार को कहा था कि

“ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को बाहर निकलते समय अपने सुरक्षा अधिकारी और स्थानीय प्रशासन को सूचित करना चाहिए था। क्रिकेटर भारत में बेहद लोकप्रिय हैं, इसलिए उन्हें सतर्क रहना चाहिए।”

उनके इस बयान के बाद कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

उमंग सिंघार बोले – महिला सुरक्षा पर नहीं बयानबाजी पर जोर

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा,

“महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं और भाजपा सरकार के मंत्री जिम्मेदारी लेने के बजाय हास्यास्पद बयान दे रहे हैं। यह पहला मौका नहीं है — कभी महिलाओँ के कपड़ों पर टिप्पणी करते हैं, तो कभी विपक्षी नेताओं के निजी रिश्तों पर। सरकार को बयान नहीं, सुरक्षा व्यवस्था सुधारनी चाहिए।”

अरुण यादव – “घिनौना और शर्मनाक बयान”

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा,

“महिला खिलाड़ियों के साथ हुई घटना ने इंदौर को शर्मसार किया है। सरकार अतिथियों की सुरक्षा भी नहीं कर पा रही। ऊपर से मंत्री का बयान बेहद घिनौना और शर्मनाक है। गृह मंत्रालय के हालात सबके सामने हैं, पूरा प्रदेश लूट की दुकान बन गया है।”

मुकेश नायक – “कपड़ों की डिजाइन भी बता दें”

कांग्रेस मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक ने व्यंग्य करते हुए कहा,

“कैलाश विजयवर्गीय बेहूदा बयानों की एक लंबी श्रृंखला के मालिक हैं। अब क्या देश-विदेश की बेटियां पुलिस लेकर बाहर जाएंगी? मुंबई में तो रात दो बजे भी महिलाएं बेखौफ घूमती हैं। अगर मंत्री को इतनी चिंता है तो वे महिलाओं के लिए एक आचार संहिता और कानून बना दें — जिसमें लिखा हो कि कब, कैसे और कौन से कपड़े पहनकर बाहर निकलना है। डिजाइन भी खुद तय कर दें।”

राजनीतिक माहौल गरमाया

घटना और बयान दोनों को लेकर मध्यप्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। विपक्ष जहां सरकार को महिलाओं की सुरक्षा पर असफल बता रहा है, वहीं भाजपा खेमे में इस बयान को “गलत तरीके से पेश करने” की बात कही जा रही है।