श्योपुर, 31 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मदरसा बोर्ड (Madrasa Board) ने श्योपुर के 56 मदरसों की मान्यता रद्द कर दी है। बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह तोमर की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। दरअसल, श्योपुर में कुल 80 मदरसे हैं, जिनमे से 56 मदरसे ऐसे थे, जो संचालित नहीं थे।
बताया जा रहा है कि श्योपुर के 54 मदरसे तो सरकार से अनुदान भी ले रहे थे। इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से की गई। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि मदरसों में एक बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है।
56 मदरसे संचालित नहीं थे, जिनमें से 54 मदरसे सरकार से अनुदान भी ले रहे थे। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने मदरसा बोर्ड को जांच रिपोर्ट भेजी। जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह तोमर ने बताया कि श्योपुर में 56 मदरसे फर्जी पाए गए।
इसके बावजूद कई मदरसों द्वारा अनुदान भी मांगा जा रहा था। जांच के बाद कार्रवाई के लिए प्रस्ताव राज्य शिक्षा केंद्र के पास भेजा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मदरसा बोर्ड ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, “श्योपुर में सिर्फ 24 मदरसे ही संचालित मिले।
बाकी मदरसे बंद मिले। उन्होंने बच्चों के ट्रांसफर करने के बारे में भी जिला शिक्षा विभाग को अवगत नहीं कराया। उन्होंने यह नहीं बताया कि इन मदरसों में पढ़ने वाले छात्र अचानक कहां चले गए। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई चल रही है।”
फिलहाल मध्य प्रदेश सरकार ने श्योपुर में मदरसों पर हुई कार्रवाई को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें बताया गया है कि मौके पर 56 मदरसे संचालित नहीं मिले। शिक्षा विभाग की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर मदरसा बोर्ड ने यह कार्रवाई की है।