छिंदवाड़ा के निर्वाचित लोगों की उदासीन सोच के कारण विकास नहीं हुआ : मोदी

मोदी ने कहा कि गांवों के गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने जो योजनाएं बनाई हैं, उन्हें पंचायती राज संस्थाएं प्रभावी तरीके से जमीन पर उतार रही हैं।

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  • Publish Date - April 24, 2023 / 08:15 PM IST

रीवा, 24 अप्रैल | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मध्यप्रदेश के रीवा में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बगैर नाम लिए उन पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा से निर्वाचित लोगों और उनके दल की उदासीन सोच के कारण विकास नहीं हुआ। रीवा के एसएएफ मैदान में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर देशभर की पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ-साथ विशेष ग्राम सभाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं कई बार सोचता हूं कि छिंदवाड़ा के जिन लोगों पर आपने लंबे समय तक भरेासा किया, वह आपके विकास को लेकर, इस क्षेत्र के विकास को लेकर इतने उदासीन क्यों रहे? इसका जवाब कुछ राजनीतिक दलों की सोच में है।”

मोदी ने आगे कहा, “आजादी के बाद जिस राजनीतिक दल ने सबसे ज्यादा समय तक सरकार चलाई, उसने ही हमारे गांवों का भरोसा तोड़ दिया, गांवों में रहने वाले लोग, गांवों के स्कूल, गांवों की सड़कें, गांवों की बिजली, गांवों में भंडारण के स्थान, गांवों की अर्थव्यवस्था कांग्रेस के शासन के दौरान सबको सरकारी प्राथमिकताओं में सबसे नीचे के पायदान पर रखा गया।”

मोदी ने कहा कि गांवों के गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने जो योजनाएं बनाई हैं, उन्हें पंचायती राज संस्थाएं प्रभावी तरीके से जमीन पर उतार रही हैं। आज मध्यप्रदेश के विकास से जुड़ीं 17 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है। ये परियोजनाएं प्रदेशवासियों का जीवन आसान बनाने में मददगार होंगी। साथ ही रोजगार सृजन के नए अवसर भी निर्मित होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में मध्यप्रदेश सरकार ने उल्लेखनीय प्रगति दर्ज कर बेहतरीन कार्य किया है। मध्यप्रदेश की 50 लाख से अधिक महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के इस कार्यक्रम से देश के 30 लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधि जुड़े हैं। यह भारत के लोकतंत्र की सशक्त तस्वीर है। हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं और देश तथा लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। ‘जन सेवा से राष्ट्र सेवा’ ही हम सबका लक्ष्य है।”

मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के चार लाख 11 हजार हितग्राहियों को वर्चुअल गृह प्रवेश कराया। साथ ही मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन की 7853 करोड़ रुपये की लागत की रीवा, सतना और सीधी जिलों के लिए स्वीकृत पांच बड़ी समूह जल-प्रदाय योजनाओं का शिलान्यास भी किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के रेल नेटवर्क के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण को राष्ट्र को समर्पित कर 2300 करोड़ रुपये से अधिक की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं शुभांरभ किया।

उन्होंने कहा, “हम विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्पित भाव से निरंतर प्रयासरत हैं। विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था में सुधार और पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करना आवश्यक है। हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पंचायतों की मदद से गांव और शहरों के बीच की खाई को कम करने का प्रयास भी निरंतर जारी है। डिजिटल माध्यम से पंचायतों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। अमृत सरोवरों के निर्माण में ड्रोन से सर्वे कराने के साथ निर्माण प्रक्रिया में अद्यतन तकनीक का उपयोग किया गया है। आज लोकार्पित किया गया एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल पंचायतों को अधिक सशक्त और उनकी व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनाएगा। आधुनिक तकनीक का लाभ प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में स्पष्टतरू दिखाई दे रहा है। गांवों के आबादी क्षेत्र के ड्रोन टेक्नोलॉजी से हुए सर्वे और मानचित्रीकरण से सम्पत्ति के संबंध में बनने वाली विवाद की स्थितियां निर्मूल हुई हैं। देश के 75 हजार गांवों में इसका कार्य पूर्ण हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की आधी से अधिक आबादी गांवों में रहती है। उनकी बेहतर व्यवस्था के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। हमारी सरकार ने वर्ष 2014 के बाद गांवों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उज्‍जवला योजना में रसोई गैस के 10 करोड़ से अधिक कनेक्शन और गांवों में तीन करोड़ 75 लाख से अधिक आवासों का निर्माण इसका स्पष्ट प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से गांवों के लाखों घरों में बिजली पहुंची है। जल जीवन मिशन से देश के नौ करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को घर में नल से जल मिल रहा है। इनमें से 60 लाख घर मध्यप्रदेश के हैं। पिछली सरकारों ने गांव के लोगों का देश के बैंकों पर अधिकार ही नहीं माना। गांव के लोगों के न बैंक में खाते थे और न ही उन्हें बैंक से कोई सुविधा मिल पाती थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में करीब ढाई लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में भेजे गए हैं। इस योजना से मध्यप्रदेश के लगभग 90 लाख किसानों को 18 हजार 500 करोड़ रुपये मिले हैं।

उन्होंने कहा, “धरती हमारी मां है और मां को मारने का हक किसी को नहीं है। खेती में बढ़ते रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग ने धरती के लिए संकटपूर्ण स्थिति निर्मित कर दी है। सभी पंचायत प्रतिनिधियों को धरती की सेहत सुधारने के लिए कृत-संकल्पित होना होगा।”

प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के लिए समावेशी विकास थीम का भी शुभारंभ किया। लघु फिल्म से ‘एकम समावेशी विकास’ वेबसाइट और मोबाइल एप को राष्ट्रीय स्तर पर लांच किया गया।

उन्होंने लगभग 2300 करोड़ रुपए की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ भी किया। इनमें रीवा से इतवारी (नागपुर) व्हाया छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा से नैनपुर और नैनपुर से छिंदवाड़ा चलने वाली ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के 535 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया। इसके अलावा जल जीवन मिशन की लगभग 7,853 करोड़ रुपये की पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

इस मौके पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकार के मंत्री तथा सांसद व विधायक मौजूद थे।(आईएएनएस)