छिंदवाड़ा के बराबर काम शायद ही किसी सांसद ने किया हो : कमल नाथ

By : hashtagu, Last Updated : April 18, 2024 | 12:07 pm

भोपाल, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पहले चरण (first phase) में छह संसदीय क्षेत्रों में शुक्रवार 19 अप्रैल को मतदान होने वाला है। पहले चरण के चुनाव की सबसे हाॅट सीट छिंदवाड़ा है, जिसे कमल नाथ परिवार का गढ़ माना जाता है। बीते 45 साल में हुए चुनाव में सिर्फ एक बार कमल नाथ को हार का सामना करना पड़ा है।

बीते साढ़े चार दशक में छिंदवाड़ा में आए बदलाव का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा कि इस समय छिंदवाड़ा में जितना काम हुआ है, उतना शायद ही किसी सांसद ने किया हो।

छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ का भाजपा उम्मीदवार विवेक बंटी साहू से मुकाबला है। इस चुनाव में दोनों ही दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी है। कांग्रेस जहां विकास का हवाला दे रही है, वहीं भाजपा कमल नाथ के परिवार को बाहरी बता रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने छिंदवाड़ा वासियों को दिए एक संदेश में बीते 45 साल और क्षेत्र से अपने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले 45 साल से मैं छिंदवाड़ा की सेवा कर रहा हूं और मैं गर्व से कह सकता हूं कि आप सब के सहयोग से छिंदवाड़ा में इतना काम हुआ है जितना किसी सांसद ने शायद ही अपने क्षेत्र में कराया हो। जिस छिंदवाड़ा के सिर्फ 440 गांव में बिजली हुआ करती थी, आज वहां सभी 2000 से अधिक गांव में बिजली पहुंच गई है।”

छिंदवाड़ा में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा, देश में सबसे अधिक 6000 किलोमीटर ग्रामीण सड़क छिंदवाड़ा जिले में बनी है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कोविड के समय जब पूरे देश में लोग परेशान हो रहे थे, तब भी छिंदवाड़ा एकमात्र ऐसा जिला रहा जहां लोगों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई और दवाई तथा इंजेक्शन समय पर मिले। मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा के सिमरिया में बना और हम सबको भगवान हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने का अवसर मिला।

कमलनाथ ने आगे कहा, जिस छिंदवाड़ा और आसपास के क्षेत्र में लोग रेलगाड़ी देखने को तरसते थे आज वहां से देश के प्रमुख शहरों के लिए रेल गाड़ियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री रहते मेडिकल कॉलेज और कृषि विश्वविद्यालय स्वीकृत किए जिनका काम भाजपा ने धीमा कर दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस चुनाव में दबाव, प्रलोभन का सहारा लिया जा रहा है। इस चुनाव में ऐसे लग रहा है जैसे चुनाव नहीं बल्कि युद्ध हो रहा है। छिंदवाड़ा के विकास को रोकने के लिए विरोधी दल पूरी तरह सक्रिय हैं।