भोपाल, 29 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharathi) पिछले दिनों लोधी समाज के सम्मेलन में दिए गए बयान के बाद से चर्चा में हैं। उन्होंने अपने बयान का खंडन नहीं किया और कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मेरे नेता, भाजपा (BJP) मेरी पार्टी है। उमा भारती ने पिछले दिनों भोपाल में लोधी समाज के सम्मेलन में कहा था कि आप अपने हितों को देखकर ही चुनाव में मतदान करें, मैं आपसे भाजपा के लिए वोट देने के लिए नहीं कहूंगी। इस बयान के बाद कांग्रेस की ओर से तंज कसे जा रहे थे। इसी को लेकर उमा भारती ने सफाई दी है।
उमा भारती ने ट्वीट कर अपने बयान का जिक्र करते हुए कहा है, “25 दिसंबर को मैं लोधी समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गई। वहां मैंने जो भाषण दिया उसका एक अंश सोशल मीडिया में आ रहा है एवं अखबारों में छप रहा है। उसके खंडन की जरूरत नही क्यूंकि मैंने ऐसा ही बोला है। लेकिन मेरे भाषण के पहले के कुछ वाक्य बताना जरूरी है, इसलिये ट्वीट कर रही हूं।”
उमा भारती ने कहा, “मैंने कहा, पिछले 2018 के मध्यप्रदेश के विधानसभा के चुनावों में कुछ विधानसभा क्षेत्रों से मेरी सभा से पहले लोधी समाज से कुछ फोन मेरे ऑफिस में आये थे कि दीदी की सभा रद्द कर दीजिये, हम यहां के बीजेपी के उम्मीदवार से नाराज हैं। उसी के जवाब में मैंने उस दिन ऐसा बोला। यह बात मैंने सार्वजनिक तौर पर पहली बार नही बोली। आप याद करिये जब हम विधानसभा चुनाव हार गये और कांग्रेस का एक समूह हमारे साथ टूटकर आया एवं उसके सहारे हमने सरकार का गठन किया तथा मंत्रिमंडल बना। तब भी मैंने सार्वजनिक तौर पर बयान दिया था कि इस मंत्रिमंडल में जाति एवं क्षेत्र का संतुलन बिगड़ा हुआ है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेता और भाजपा को अपनी पार्टी बताते हुए उमा भारती ने लिखा, “हिंदुत्व मेरी निष्ठा, भारत मेरा प्राण और संसार के सभी अभावग्रस्त लोग मेरे दिल में बसे हैं। मोदी मेरे नेता, भाजपा मेरी पार्टी है। मैंने कभी भाजपा नही छोड़ी। मुझे निकाला गया था। तब मैंने अपने कत्र्तव्य पथ पर चलते रहने के लिये राष्ट्रवादी विचार की धाराप्रवाह में ही अपना दल बनाया। फिर उस समय के भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी के निमंत्रण पर जिसका नरेंद्र मोदी ने भी समर्थन किया, भारतीय जनशक्ति का भाजपा में विलय करते हुए मैं भाजपा में वापस आ गई।”
कांग्रेस की ओर से कसे जा रहे तंज पर उमा भारती ने कहा, “कांग्रेस को हमारे बीच में आने की जरूरत नही है, मुझे भाजपा साइडलाइन नही करती, मेरी अपनी एक सीधी लाइन है और मैं उसी पर चलती हूं, स्वयं का मोक्ष एवं जगत का कल्याण। सूर्य की रोशनी, चंद्रमा की चांदनी, हवा का झोंका, फूलों की सुगंध, नदी की तरंग और शक्कर की मिठास, यह कभी साइडलाइन नही होते, यह अंदर बाहर सब तरफ रचे बसे होते हैं।”