भोपाल में सियासी गर्मी: मोहन सरकार के दो साल पूरे, PCC चीफ जीतू पटवारी बोले– समीक्षा नहीं जवाब दें मुख्यमंत्री

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि दो साल की समीक्षा से पहले सरकार को जनता के सामने जवाब देना चाहिए।

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  • Updated On - December 3, 2025 / 01:30 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में ठंड बढ़ने के साथ ही सियासत गर्म हो गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर जहां सरकार विभागों की समीक्षा बैठकों में जुटी है, वहीं विपक्ष ने इस समीक्षा को दिखावा बताते हुए कई सवाल खड़े किए हैं।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि दो साल की समीक्षा से पहले सरकार को जनता के सामने जवाब देना चाहिए। पटवारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के दोनों उपमुख्यमंत्री और कई मंत्री अपने-अपने विभागों को संभालने में नाकाम साबित हुए हैं।

पटवारी का आरोप– उपमुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक अराजकता

पटवारी ने कहा कि स्वास्थ्य, कृषि, परिवहन, स्कूली शिक्षा, पंचायत, लोक निर्माण, ऊर्जा और सहकारिता जैसे विभागों में गंभीर अनियमितताएँ सामने आती रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री इन मंत्रियों से इस्तीफा लेंगे।

उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि मुख्यमंत्री के पास खुद 13 विभागों का प्रभार है, तो इन विभागों की निष्पक्ष समीक्षा कौन करेगा।

गृह विभाग से शिक्षा विभाग तक कई गंभीर आरोप

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के गृह विभाग को कमजोर बताया गया था। वहीं कृषि विभाग पर नकली बीज घोटाला, परमिट दुरुपयोग और बीमा कंपनियों की मिलीभगत जैसे आरोप पहले से दर्ज हैं।

शिक्षा विभाग पर बोलते हुए पटवारी ने कहा कि लगातार 50 लाख बच्चों का स्कूल शिक्षा सिस्टम से गायब होना और बजट का 7 हजार करोड़ से 37 हजार करोड़ तक पहुंचना खुद बड़ी अनियमितता है।

टोल, उपार्जन घोटाला, सहकारिता और स्वास्थ्य पर भी निशाना

पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने टोल खत्म करने का दावा किया था, लेकिन सभी टोल बूथ पहले की तरह चालू हैं। परिवहन मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं होती।

सहकारिता घोटाले, पंचायत अनियमितताओं और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर भी उन्होंने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से 26 बच्चों की मौत हुई, नकली दवाइयों और कुपोषण पर भी सरकार चुप है।

PWD में 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप

पटवारी ने आरोप लगाया कि PWD में भ्रष्टाचार के कारण पुल झुक जाते हैं और सड़कें धंस जाती हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री PWD मंत्री से इस्तीफा मांगने की हिम्मत रखते हैं।

पटवारी ने यहां तक कह दिया कि भाजपा सरकार 40 प्रतिशत कमीशन पर चल रही है और सत्ता के शीर्ष पर बैठा व्यक्ति अलीबाबा की तरह काम करता है, जबकि मंत्री चालीस चोर की भूमिका निभा रहे हैं।