इंदौर 12 मई (आईएएनएस)| मणिपुर (Manipur) में विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रहे मध्य प्रदेश के 24 बच्चे सुरक्षित लौट आए हैं, मगर इन बच्चों ने जो दास्तान सुनाई है, वह परेशान कर देने वाली है, क्योंकि उनके कई दिन दहशत के साए में बीते। राज्य सरकार (state government) की मदद से 24 छात्र इंफाल से कोलकाता और फिर वहां से इंदौर पहुंचे। उसके बाद इन छात्रों की अपने-अपने घर वापसी हुई। इंदौर पहुंचे छात्रों की आंखों में दहशत साफ पढ़ी जा सकती थी।
इंदौर का कर्ण कुंटे नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ता है, यह यूनिवर्सिटी इंफाल में स्थित है। कर्ण की मां ने बताया है कि बेटे ने उन्हें बताया कि कैंपस में हॉस्टल के पीछे एक तालाब है, जिसमें फायरिंग हो रही थी और विस्फोट भी हुए, हमें अंधेरे में रहने को कहा गया। कोई भी लाइट नहीं जला सकता था। वाईफाई भी बंद हो गया था तो तीसरे दिन मो कमरे से बाहर नहीं आने दिया गया।
धार के धामनोद में रहने वाले नंदकिशोर इंफाल में बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहे हैं और उन्होंने इंदौर में बताया कि “मैं कैंपस में था तो वहां तो कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन बाहर सब बंद था, आगजनी भी हो रही थी। मन में थोड़ी दहशत थी, क्योंकि पहले ऐसा कभी देखा नहीं था।”
मणिपुर (Manipur) से लौटे 24 छात्रों में से तीन छात्र इंदौर के एक भोपाल का और 16 जिलों के एक-एक छात्र हैं। यह सभी सरकार की मदद से वापस अपने घर तक पहुंचे।