मऊगंज : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। लौर थाना क्षेत्र के फरहद बंजारी गांव में एक महिला की मौत प्रसव के दौरान हो गई थी, और जब उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तभी एक ऐसा हादसा हुआ जिसने शोक को दोगुना कर दिया। महिला का नाम कमला विश्वकर्मा था, और जैसे ही परिजन श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर रहे थे, एक तेज रफ्तार बाइक ने पूरे माहौल को चीख-पुकार में बदल दिया।
कमला के ससुर भगवानदीन विश्वकर्मा, जो पेशे से एक कारपेंटर थे, अंतिम संस्कार के दौरान शांति से श्मशान में एक आम के पेड़ के नीचे बैठे थे। उसी समय सड़क पर तेज गति से आ रही एक बाइक टर्निंग पर अनियंत्रित हो गई और एक बड़े पत्थर से टकराकर उछल गई। बाइक पर सवार दो किशोर भी बाइक समेत हवा में कई फीट तक उछलते हुए आम के पेड़ पर जा गिरे। वे पेड़ की शाखाओं को तोड़ते हुए नीचे गिरे और दुर्भाग्यवश बाइक सीधा भगवानदीन के ऊपर जा गिरी।
इस अप्रत्याशित हादसे ने वहां मौजूद सभी लोगों को स्तब्ध कर दिया। तुरंत भगदड़ मच गई और परिजन खून से लथपथ भगवानदीन को लेकर रीवा के संजय गांधी अस्पताल भागे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक ही दिन और एक ही परिवार में दो-दो मौतों से गांव में मातम पसर गया।
प्रत्यक्षदर्शी कमलेश विश्वकर्मा, जो मृतका कमला के जेठ हैं, ने बताया कि बहू की मौत से पूरा परिवार पहले ही शोक में डूबा हुआ था। उन्होंने कहा कि वे सभी श्मशान में संस्कार कर रहे थे तभी यह भयानक हादसा हुआ। बाइक अनियंत्रित होकर सड़क से उछली और आम के पेड़ के पास बैठे पिता जी के ऊपर जा गिरी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
इस दोहरी त्रासदी ने ना सिर्फ एक परिवार को, बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। एक ओर प्रसव के दौरान मां की मौत, और दूसरी ओर अंतिम संस्कार के दौरान उसके ससुर की अचानक हुई दुर्घटना में मौत — यह दृश्य जिसने भी देखा, उसकी रूह कांप उठी। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस दुर्घटना की जांच और तेज रफ्तार बाइक सवारों पर कार्रवाई की मांग की है।
