भोपाल, मध्यप्रदेश: विश्व पर्यटन दिवस 2025 (World Tourism Day) के मौके पर अगर भारत के सबसे खास पर्यटन राज्य की बात करें, तो मध्यप्रदेश का नाम सबसे ऊपर आता है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक धरोहरों, सांस्कृतिक परंपराओं, प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीव क्षेत्रों के लिए देश ही नहीं, विदेशों में भी जाना जाता है।
इतिहास और धरोहर से भरपूर
मध्यप्रदेश में भारत की कुछ सबसे प्रसिद्ध यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। इनमें खजुराहो के मंदिर, भीमबेटका की गुफाएं और सांची का स्तूप शामिल हैं। इसके अलावा मांडू, ओरछा, भेड़ाघाट और सतपुड़ा जैसे स्थल यूनेस्को की संभावित सूची में शामिल हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान
यहां की नर्मदा और क्षिप्रा नदियां धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं। उज्जैन में लगने वाला सिंहस्थ कुंभ, ओरछा का रामराजा मंदिर और अनेक छोटे-बड़े धार्मिक स्थल राज्य की पहचान हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और जंगल
मध्यप्रदेश का लगभग तीस प्रतिशत हिस्सा जंगलों से ढका हुआ है। यहां 12 राष्ट्रीय उद्यान, 24 वन्यजीव अभयारण्य और 9 टाइगर रिजर्व हैं। कान्हा और पेंच के जंगलों को देखकर ही द जंगल बुक जैसी कहानियों की कल्पना की गई थी।
जनजातीय कला और परंपराएं
यहां के भगोरिया नृत्य, गोंड चित्रकला और नर्मदा परिक्रमा जैसे अनोखे सांस्कृतिक पहलू अब भारत की राष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में भी शामिल हो चुके हैं।
पर्यटन के लिए आदर्श राज्य
मध्यप्रदेश हर मौसम में घूमने के लिए उपयुक्त है। यहां प्राचीन किले, झरने, मंदिर, पहाड़, नदी घाटियां और धार्मिक स्थल सब कुछ है। यही कारण है कि इसे भारत का दिल कहा जाता है।
कैसे पहुंचे
भोपाल और इंदौर जैसे शहर देश के सभी प्रमुख हिस्सों से सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जुड़े हैं। राज्य सरकार द्वारा संचालित पर्यटन स्थल, रिसॉर्ट और सफारी यात्राएं इसे और भी आसान और सुरक्षित बनाते हैं।मध्यप्रदेश उन लोगों के लिए एक आदर्श जगह है जो भारत की असली खूबसूरती, संस्कृति और इतिहास को करीब से देखना चाहते हैं। विश्व पर्यटन दिवस के इस मौके पर यह जानना जरूरी है कि भारत का दिल सिर्फ नक्शे के बीच में नहीं, बल्कि संस्कृति और विरासत में भी सबसे आगे है।