मुंबई, 10 अप्रैल (आईएएनएस)| महाराष्ट्र (Maharashtra) के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से पिछले 48 घंटों में बिजली गिरने से करीब 13 लोगों की मौत हो गई और एक की डूबने से मौत हो गई, अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सबसे भीषण त्रासदी में अकोला के पारसगांव गांव में रविवार देर रात बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई, जहां बाबूजी महाराज संस्थान आश्रम के टिन शेड में 150 साल पुराना नीम का पेड़ गिर गया।
प्रार्थना समारोहों में भाग लेने वाले कम से कम चार दर्जन श्रद्धालु फंस गए थे, लेकिन अधिकांश को बचा लिया गया। चार मृतकों के शव सोमवार तड़के बरामद किए गए, और तीन लोगों की बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अन्य 23 को पास के अस्पतालों में ले जाया गया, जिसमें 2 को गंभीर बताया गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए आज दोपहर मृतक पीड़ितों के परिजनों को 4,00000 रुपये के मुआवजे और सभी घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की। इसके अलावा, बिजली गिरने से औरंगाबाद, बीड, हिंगोली, नंदुरबार, परभणी और पुणे में एक-एक मौत हुई है, जिनमें मुख्य रूप से खेतों में काम कर रहे किसान शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नासिक में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में एक व्यक्ति डूब गया। इसके अतिरिक्त, पिछले कुछ हफ्तों से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में छिटपुट खराब मौसम के कहर के कारण बिजली गिरने से सैकड़ों जानवर भी मारे गए या मारे गए।
कई जिलों में ओलावृष्टि के कारण बड़े पैमाने पर कृषि क्षति हुई है, खड़ी फसलों, विशेष रूप से आम और अन्य फलों, सब्जियों आदि को नुकसान हुआ है। आज दोपहर शिंदे और उनकी टीम ने नासिक के कई वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया और फल और सब्जी किसानों को हुए भारी नुकसान के लिए तत्काल मदद देने का निर्देश दिया।