कोप्पल (कर्नाटक), 22 जून (आईएएनएस)| कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने जल प्रदूषण के मामले में बीजाकल और बसरिहाल गांवों से जुड़े दो पंचायत विकास अधिकारियों (पीडीओ) को निलंबित कर दिया है। बता दें कि दूषित जल पीने से 10 वर्षीय लड़की सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी। वहीं इससे सैकड़ों लोग बीमार पड़ रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग (आरडीपीआर) की आयुक्त प्रियंका मैरी ने गुरुवार को यह आदेश जारी किये।
जानकारी के अनुसार, बसरिहाला पंचायत से जुड़े पीडीओ रवींद्र कुलकर्णी और बीजाकल ग्राम पंचायत से जुड़े नागेश को विभागीय जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों पर महामारी रोग अधिनियम के तहत लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि जून के पहले सप्ताह में दूषित पानी पीने के कारण कर्नाटक के कोप्पल जिले में 10 वर्षीय लड़की सहित तीन लोगों की मौत की सूचना मिली थी।
मृत लड़की की पहचान कोप्पल जिले के कुश्तगी तालुक के बीजाकल गांव की रहने वाली निर्मला इराप्पा बेलागल (10) के रूप में हुई है। लड़की में दूषित जल पीने के बाद से ही उल्टी और दस्त के गंभीर लक्षण विकसित हुए थे। अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई थी।
बताया जा रहा है कि 40 से अधिक लोगों के बीमार पड़ने के बाद स्थानीय लोगों ने जिला अधिकारियों की लापरवाही पर अपना गुस्सा जताया।
बता दें कि 5 जून को जिले के कनकगिरी तालुक के बसरिहाला गांव में दूषित पानी के सेवन से 9 माह के शिशु और 60 वर्षीय महिला की अस्पताल में मौत हो गई थी। स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण पीने के पानी में सीवेज का पानी मिल गया है, जिसके परिणामस्वरूप यह सब मौतें हुई है।
वहीं अधिकारियों ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए बसरिहाला गांव के स्कूल में तीन दिन की छुट्टी घोषित कर दी।