आरएसएस मार्च में शामिल हुआ रसोइया, कर्नाटक सरकार ने नौकरी से निकाला

इससे पहले सरकार ने रायचूर जिले के लिंगसुगुर में आरएसएस के शताब्दी समारोह में भाग लेने के कारण पंचायत विकास अधिकारी प्रवीण कुमार के पी को भी निलंबित किया था।

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  • Publish Date - October 22, 2025 / 09:23 PM IST

बसवकल्याण, कर्नाटक: कर्नाटक सरकार (Karnataka) ने बसवकल्याण में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित एक प्री-मैट्रिक बॉयज हॉस्टल में काम करने वाले सहायक रसोइए प्रमोद कुमार को नौकरी से हटा दिया है। उन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक पथसंचलन में भाग लेने का आरोप है। यह कार्रवाई 20 अक्टूबर को व्हाट्सएप पर जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को शिकायत मिलने के बाद की गई।

प्रमोद कुमार को बीदर जिला श्रमिक सेवा बहुउद्देशीय सहकारी संस्था के सचिव और मुख्य प्रशासकीय अधिकारी के कार्यालय को 21 अक्टूबर की सुबह ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया। संबंधित पत्र में कहा गया कि प्रमोद कुमार बाहरी संसाधनों के तहत काम कर रहे थे और सरकार से वेतन पा रहे स्थायी या संविदा कर्मचारी किसी भी संगठन की गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते, यह नियम कानून में स्पष्ट है।

इससे पहले सरकार ने रायचूर जिले के लिंगसुगुर में आरएसएस के शताब्दी समारोह में भाग लेने के कारण पंचायत विकास अधिकारी प्रवीण कुमार के पी को भी निलंबित किया था।

यह कार्रवाई ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री प्रियांक खड़गे की सिफारिश पर हुई, जिन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखकर आरएसएस से जुड़े सरकारी कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कर्नाटक सिविल सर्विसेज (आचरण) नियमों का हवाला दिया, जिसमें राजनीतिक जुड़ाव वाले संगठनों की सदस्यता लेने या उनके कार्यक्रमों में भाग लेने पर सरकारी कर्मचारियों को रोक है।