जयपुर: श्रद्धा वालकर हत्याकांड की तरह जयपुर में भी हुए भीषण हत्याकांड का मामला सामने आया है. यहां भतीजे ने अपनी 64 वर्षीय विधवा ताई की बेरहमी से हत्या (Murder) कर दी और उसके शव के दस टुकड़े करके उन्हें जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने आरोपी को बयानों के मेल न खाने पर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि आरोपी काफी पढ़ा-लिखा है और मनोरोगी लगता है.
पुलिस का कहना है कि युवक ने अपनी ताई के सिर पर हथौड़ा मारा और उसकी हत्या कर दी. इसके बाद पत्थर काटने वाले कटर से उसने शव के दस टुकड़े किए और उन्हें जंगल में अलग-अलग जगह फेंक दिया.
अनुज शर्मा नाम के 32 साल के युवक पर आरोप है कि उसने अपनी 64 वर्षीय विधवा ताई की हत्या की. उसकी ताई अपने परिवार के साथ रहती थी. आरोप है कि जब वह चाय बना रही थी तब उसने उसके सिर पर वार किया. हत्या के बाद उसके शरीर के दस टुकड़े कर दिए. उन टुकड़ों को उसने बाल्टियों और सूटकेस में पैक करके जंगल में फेंक दिया.
जयपुर के पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि, “उसने पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन उसके बयान मेल नहीं खा रहे थे. फिर हमें किचन में खून मिला. सीसीटीवी में भी वह सूटकेस और बाल्टियां लेकर निकलते हुए देखा गया.”
वारदात के दौरान अनुज अपनी 64 वर्षीय ताई के साथ अकेला था. परिवार के बाकी सदस्य दूर थे. बताया जाता है कि जब ताई ने उसे दिल्ली जाने से रोका तो उसने उस पर हमला कर दिया.
पुलिस का कहना है कि आरोपी मनोरोगी प्रतीत होता है. उसको वृद्ध महिला के शव के दस टुकड़े करने पर कोई पछतावा नहीं है.
आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि, “वह एक मनोरोगी प्रतीत होता है. वह काफी शिक्षित है. वह इस्कॉन से जुड़ा हुआ है, जहां प्यार करने की सीख दी जाती है, लेकिन उसका इतनी जघन्य वारदात करना आश्चर्यजनक है.”
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव के कई टुकड़े बरामद किए हैं. पुलिस अधिकारियों ने आरोपी युवक से पूछताछ के आधार पर बताया कि उसे अपनी ताई की हत्या के बाद उनके शव के टुकड़े करके उन्हें ठिकाने लगाने का विचार उसके मन में दिल्ली में हाल ही में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड के कारण आया. युवक का कहना है कि वह अपनी ताई की टोकाटाकी से परेशान था.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) पारिस देशमुख ने बताया कि शहर के विद्याधर नगर थाने में एक महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट 11 दिसंबर को दर्ज हुई थी. युवक अनुज शर्मा उर्फ अचिंत्य गोविंद दास ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी ताई सरोज शर्मा (65) दोपहर बाद दो-तीन बजे घर से मंदिर जाने की बात कहकर निकली थीं, जो अभी तक घर वापस नहीं आईं. महिला कैंसर पीड़ित थीं.
देशमुख ने कहा कि पुलिस को जांच के दौरान युवक पर ही शक हुआ. इस पर सरोज शर्मा की पुत्रियों को बुलाकर उसके फ्लैट की गहनता से जांच की गई. मामला संदिग्ध लगने पर अनुज शर्मा की तलाश की गई तो पता चला कि वह गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद 13 दिसंबर को हरिद्वार और दिल्ली चला गया. पुलिस को पता चला कि अनुज अपने परिवारजन के साथ दिल्ली से जयपुर आ रहा है. पुलिस ने रूट लोकेशन के आधार पर उसे शहर में बीच रास्ते में रोककर पकड़ लिया.
देशमुख के अनुसार अनुज शर्मा से गहनता से पूछताछ करने पर उसने अपनी ताई के सिर पर हथौड़े से वार कर उनकी हत्या करना स्वीकार किया. उसने पुलिस से बताया कि वह शव के टुकड़े करने के लिए एक दुकान से पत्थर काटने वाला एक कटर खरीदकर लाया. इसके बाद बाथरूम में शव के कई टुकड़े कर उन्हें सूटकेस व बाल्टियों में भरकर कार से उन्हें दिल्ली रोड पर जंगल में कई स्थानों पर फेंक दिया.
पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया. वारदात में इस्तेमाल हथौड़ा, कटर मशीन, बाल्टी, सूटकेस और अन्य सामान बरामद कर लिए गए हैं.