Baba Ramdev ने बताया हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने का प्राकृतिक तरीका, नहीं पड़ेगी दवाइयों की जरूरत

पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्वामी बाबा रामदेव ने हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों के लिए एक बेहद सरल और प्राकृतिक समाधान बताया है।

  • Written By:
  • Publish Date - May 17, 2025 / 01:54 PM IST

नई दिल्ली: हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) यानी उच्च रक्तचाप आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। खराब जीवनशैली, असंतुलित खानपान और मानसिक तनाव इसकी प्रमुख वजहें हैं। अगर हाई बीपी को समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो यह स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर जैसी जानलेवा बीमारियों को जन्म दे सकता है। इसी वजह से हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है ताकि लोगों को इस ‘साइलेंट किलर’ के प्रति जागरूक किया जा सके।

पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्वामी बाबा रामदेव ने हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों के लिए एक बेहद सरल और प्राकृतिक समाधान बताया है। उनका कहना है कि कुछ खास योगासन और प्राकृतिक खानपान अपनाकर हाई बीपी को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे दवाइयों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

बाबा रामदेव के अनुसार, हाई बीपी को नियंत्रित करने के लिए रोजाना 8 प्राणायाम करना बेहद जरूरी है। इनमें शामिल हैं – भस्त्रिका, कपालभाति, बाह्य प्राणायाम, उज्जाई, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उद्गीत और प्रणव ध्यान। ये सभी प्राणायाम न केवल रक्तचाप को सामान्य बनाए रखते हैं, बल्कि शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को भी संतुलित करते हैं।

सिर्फ योग नहीं, खानपान में सुधार भी जरूरी है। बाबा रामदेव ने कहा कि लौकी का जूस हाई बीपी के मरीजों के लिए अमृत के समान है। लेकिन ध्यान रहे कि लौकी कड़वी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कड़वी लौकी के सेवन से उल्टी और खूनी दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लौकी के जूस में आप आंवला, तुलसी, पुदीना और नींबू का रस मिलाकर सेवन करें तो यह और अधिक लाभदायक होगा।

आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो रक्त धमनियों को मजबूत बनाता है। तुलसी और पुदीना मानसिक शांति देते हैं और तनाव को कम करते हैं। नींबू रक्त को साफ करता है और पाचन में सुधार करता है।

बाबा रामदेव के इस योग और आयुर्वेद आधारित सुझाव को अगर कोई नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल कर ले, तो हाई बीपी जैसी गंभीर बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है – और वह भी बिना दवाइयों के।

अगर आप या आपके परिवार में कोई हाई बीपी से पीड़ित है, तो इस प्राकृतिक उपाय को जरूर अपनाएं। यह तरीका न केवल सुरक्षित है, बल्कि शरीर को संपूर्ण रूप से स्वस्थ भी बनाता है।