माफिया की मार को ‘BJP’ बना रही UP निकाय चुनाव मुद्दा!

यूपी में निकाय चुनाव प्रचार (Municipal election campaign in UP) ने जोर पकड़ रखा है। भाजपा (B J P) इस चुनाव में भी कानून को लेकर विपक्ष को घेरने में लगी है।

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  • Updated On - April 25, 2023 / 11:39 PM IST

लखनऊ, 25 अप्रैल (आईएएनएस)| यूपी में निकाय चुनाव प्रचार (Municipal election campaign in UP) ने जोर पकड़ रखा है। भाजपा (B J P) इस चुनाव में भी कानून को लेकर विपक्ष को घेरने में लगी है। अभी हाल में मारे गए अतीक अहमद की कार्रवाई के एजेंडे को धार देने में लगे हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रचार की शुरूआत की। उन्होंने विकास और राष्ट्रवाद के साथ माफियाओं की दुर्दशा का बखान किया।

राजनीतिक विश्लेषक प्रसून पांडेय कहते हैं कि भाजपा चुनाव में मुद्दे उठाना ठीक से जानती है। चाहे लोकसभा चुनाव रहा हो या फिर विधानसभा, उसने कानून व्यस्था को ही अहम मुद्दा बनाकर सत्ता पलट दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव प्रचार का इतना अनुभव है कि वो ठीक से विपक्षी दलों को जवाब देना जानते हैं।

पांडेय आगे कहते हैं कि पश्चिमी यूपी में प्रचार की शुरूआत करते हुए माफिया मुख्तार और अतीक गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई से बने माहौल को ठीक से भुनाने की कोशिश हो रही है।

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में नो कर्फ्यू नो दंगा, यूपी में सब चंगा बताते हुए प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था पर ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि आज यूपी में माफिया पर दो आंसू बहाने वाले भी नहीं बचे हैं। यूपी में माफिया का ढोलक बजाकर रसातल में पहुंचाने का काम किया गया है।

राजनीतिक जानकर कहते हैं कि भाषण की झलक से साफ दिख रहा है कि निकाय चुनाव में भाजपा का एजेंडा तो राष्ट्रवाद होगा। इसके साथ ही माफियाओं पर वार को भाजपा आगे बढ़ाकर चुनाव अपनी ओर मोड़ने के प्रयास में लगेगी।