दिल्ली प्रदूषण प्रदर्शन में हिडमा के पोस्टर और नारे बवाल के बाद चिली स्प्रे हमला 22 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि माओवादी नारे लगाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई निश्चित है।

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  • Publish Date - November 24, 2025 / 01:35 PM IST

दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ हुआ प्रदर्शन (Delhi Protest) रविवार को अचानक हिंसक हो गया और मामला पूरी तरह राजनीतिक और सुरक्षा एंगल में बदल गया। इंडिया गेट पर जुटे प्रदर्शनकारियों के बीच माओवादी नेता माडवी हिडमा (Madavi Hidma) के समर्थन में पोस्टर और नारे सामने आए, जिसके बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने ‘माडवी हिडमा अमर रहें’ जैसे नारे लगाते हुए एक पोस्टर भी दिखाया जिस पर लिखा था कि बिरसा मुंडा से लेकर माडवी हिडमा तक जंगल और पर्यावरण का संघर्ष जारी रहेगा।

प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने लगी और कुछ ही देर में अफरा तफरी मच गई। पुलिस के हटाने पर एक समूह ने पुलिसकर्मियों पर चिली स्प्रे इस्तेमाल किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस हमले में तीन पुलिसवाले घायल हुए। इसके बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 22 लोगों को गिरफ्तार किया और कई की पहचान प्रक्रिया शुरू कर दी।

दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि माओवादी नारे लगाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई निश्चित है। पुलिस के अनुसार हिडमा के समर्थन में नारे लगाना गंभीर मामला है और इसके लिए मामला दर्ज किया जाएगा।

माडवी हिडमा इस महीने की शुरुआत में आंध्र प्रदेश में एक मुठभेड़ में मारा गया था। सुकमा में जन्मे हिडमा पर 50 लाख रुपये का इनाम था और वह पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की एक बटालियन का प्रमुख कमांडर था। हिडमा सीपीआई माओवादी की केंद्रीय समिति का सबसे युवा सदस्य था और बस्तर क्षेत्र से एकमात्र आदिवासी प्रतिनिधि था। वह कई बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, जिनमें 2010 का दंतेवाड़ा हमला शामिल है जिसमें 76 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। 2013 के झीरम घाटी हमले और 2021 के सुकमा बीजापुर एनकाउंटर में भी उसकी भूमिका रही थी।

प्रदूषण पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के रूप में शुरू हुआ रविवार अचानक विवादों और हिंसा में बदल गया। पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए इंडिया गेट क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और प्रदर्शन में शामिल हर संदिग्ध की पहचान की जा रही है।