भारत-पाक संघर्षविराम: प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक, सीडीएस और तीनों सेनाध्यक्ष मौजूद

By : ira saxena, Last Updated : May 12, 2025 | 11:39 am

नई दिल्ली, 12 मई 2025: भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच संघर्षविराम समझौते के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भाग लिया। बैठक में पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन के बाद की स्थिति पर चर्चा की गई और भविष्य की रणनीति पर विचार किया गया।

संघर्षविराम के बाद की स्थिति: जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति

भारतीय सेना के अनुसार, रविवार रात जम्मू और कश्मीर तथा अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति “प्रायः शांतिपूर्ण” रही। सेना के सूत्रों ने बताया कि “रात भर जम्मू और कश्मीर तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा के अन्य क्षेत्रों में स्थिति शांतिपूर्ण रही। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, जो हाल के दिनों में पहली बार देखा गया है।”

पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन और भारतीय प्रतिक्रिया

शनिवार को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम समझौता हुआ था, जिसमें भूमि, वायु और समुद्र पर सभी सैन्य कार्रवाइयाँ तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमति बनी थी। हालांकि, पाकिस्तान ने समझौते के कुछ घंटों बाद ही संघर्षविराम उल्लंघन किया। भारत ने इस उल्लंघन को गंभीरता से लिया और पाकिस्तान को “चेतावनी” दी।

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय हवाई हमले

भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 14 हमले किए, जिसमें 9 स्थानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में भारतीय वायुसेना के राफेल विमान, स्कैल्प मिसाइलें और ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें शामिल थीं। भारत सरकार ने इन हमलों को “केंद्रित, मापी और गैर-उत्तेजक” बताया और कहा कि ये आतंकवादी समूहों के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए थे, न कि पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को।

अमेरिका की प्रतिक्रिया: शांति की ओर भारत का रुख सराहनीय

संघर्षविराम समझौते के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग ने प्रधानमंत्री मोदी की शांति की ओर बढ़ने की पहल की सराहना की। अमेरिका ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों को सकारात्मक रूप से देखा है।

आगे की राह: डीजीएमओ स्तर की वार्ता और सतर्कता बनाए रखना

भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) के बीच संघर्षविराम समझौते को मजबूत करने के लिए आज (12 मई) दोपहर 12 बजे वार्ता होनी है। इस वार्ता में दोनों पक्षों के बीच विश्वास बहाली उपायों पर चर्चा की जाएगी। भारत ने पाकिस्तान से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता जताई है।

भारत सरकार का स्पष्ट संदेश है कि संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी भी प्रकार की आक्रामकता का कड़ा जवाब दिया जाएगा। इस बीच, दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।