नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi Excise Policy Matters) में सलाखों के पीछे बंद आप नेता मनीष सिसोदिया ने जेल से चिट्ठी (Letter from jail) लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी ऐसे समय में लिखी है, जब मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में आप का बीजेपी के खिलाफ हल्ला बोल जारी है।
सिसोदिया ने जेल से लिखी अपनी चिट्ठी में एक या दो नहीं, बल्कि अनेकों मुद्दों का जिक्र किया है। इसके अलावा उन्होंने जल्द ही जेल से बाहर आने का भी भरोसा अपने समर्थकों को दिया है।
सिसोदिया ने चिठ्ठी में लिखा है, “जल्द ही बाहर मिलेंगे। शिक्षा क्रांति जिंदाबाद। पिछले एक साल में मुझे आप सभी की याद आई। सब ने बहुत ईमानदारी से काम किया है। जैसे आजादी के समय सबने लड़ाई लड़ी, वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं। अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ। वैसे ही एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी।”
उन्होंने आगे अपने पत्र में कहा, “अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था। अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे। अंग्रेजों ने कई सालों तक गांधी को जेल में रखा। अंग्रेजों ने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला। ये लोग मेरी प्रेरणा हैं और आप सब मेरी ताकत। विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा, स्कूल का होना जरूरी है। मुझे खुशी है अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली में शिक्षा क्रांति आई। अब पंजाब शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है।”
वहीं, आप नेता ने पत्र0 के अंत में भावुक होकर अपने समर्थकों का दिल जीतने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, “अब पंजाब शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है। जेल में रहकर मेरा प्यार आप लोगों के लिए और बढ़ा। मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा। सीमा आपकी, सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती है। आप सब अपना ख्याल रखिए।”
मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उन्हें एक साल से ज्यादा समय जेल में हो गए।