माओवादियों ने ‘देवूजी’ के महासचिव बनने की खबर को बताया झूठ, कहा, “फिलहाल कोई महासचिव नहीं”

माओवादियों का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें दावा किया गया था कि थिप्पिरी तिरुपति उर्फ देवूजी को नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू की मौत के बाद पार्टी का नया महासचिव बनाया गया है।

  • Written By:
  • Publish Date - October 30, 2025 / 04:57 PM IST

हैदराबाद (Hyderabad): प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने कहा है कि उनके संगठन में इस समय कोई महासचिव (General Secretary) नहीं है।

माओवादियों का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें दावा किया गया था कि थिप्पिरी तिरुपति उर्फ देवूजी को नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू की मौत के बाद पार्टी का नया महासचिव बनाया गया है।

माओवादी पत्र में क्या कहा गया

29 अक्टूबर को जारी एक पत्र में ओडिशा राज्य समिति के सचिव पाका हनुमान्थु उर्फ गणेश ने लिखा कि देवूजी को महासचिव बनाए जाने की खबर “पूरी तरह गलत” है।
उन्होंने कहा कि महासचिव का चुनाव केंद्रीय समिति द्वारा किया जाता है, और बसवराजू की मौत के बाद कोई केंद्रीय समिति की बैठक नहीं हुई है।

चंद्रन्ना पर साधा निशाना

यह पत्र माओवादी नेता पुल्लुरी प्रसाद राव उर्फ चंद्रन्ना के हालिया आत्मसमर्पण के बाद सामने आया है।
गणेश ने लिखा कि चंद्रन्ना ने कहा था कि वह हथियार छोड़कर जनता के बीच काम करना चाहता है, लेकिन यह उसका निजी फैसला है, पार्टी का नहीं।

चंद्रन्ना ने मंगलवार को तेलंगाना पुलिस महानिदेशक बी. शिवधार रेड्डी के सामने आत्मसमर्पण किया था। उन्होंने कहा था कि “देवूजी अब संगठन के नेता हैं।”

चंद्रन्ना करीब 45 साल तक भूमिगत रहे और माओवादी संगठन की केंद्रीय समिति तक पहुंचे।
उनका आत्मसमर्पण ऐसे समय में हुआ है जब देशभर में नक्सल विरोधी अभियान तेज़ है और कई वरिष्ठ माओवादी नेताओं की मौत या सरेंडर के बाद संगठन कमजोर हो रहा है।

केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद खत्म करने का लक्ष्य तय किया है।