मेरठ : पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल, पुलिस का इनकार

उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में शुक्रवार को भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें महिलाएं एक-दूसरे पर गिरती

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  • Publish Date - December 20, 2024 / 03:26 PM IST

मेरठ, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा(Story of Pandit Pradeep Mishra) में शुक्रवार को भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें महिलाएं एक-दूसरे पर गिरती नजर आ रही हैं।

शुक्रवार को कथा का छठा दिन रहा। इस कथा का समापन शनिवार को होगा। जिला प्रशासन भगदड़ और किसी के हताहत होने की बात (District administration talks about stampede and casualties)को नकार रहा है। बताया जा रहा है कि हादसा कथा पंडाल के एंट्री गेट पर हुआ। इस घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें नजर आ रहा है कि प्रवेश द्वार पर खड़ी भीड़ पंडाल के अंदर घुसने के लिए जद्दोजहद करती है और फिर अचानक महिलाएं एक-दूसरे के ऊपर गिरती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोग जमीन पर गिरी महिलाओं को उठाने का प्रयास कर रहे हैं।

मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि दो लोगों का ग्रुप है, जो आपस में बहस कर रहा था। उससे जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था। अभी वहां पर शांति है। मौके पर सारे अधिकारी मौजूद हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे। इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें एंट्री गेट पर रोक दिया। इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।

बताते चलें कि इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे हैं। कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दी नगर में हो रहा है। आयोजन स्थल पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे। इसी दौरान एंट्री को लेकर झगड़ा हो गया। एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ आगे बढ़ने के लिए धक्का देती रही। इसी बीच 15 से 20 महिलाएं एक-एक कर गिर गईं। हालांकि, इसमें कितने लोग घायल हैं, इसकी कोई जानकारी अब तक नहीं आई है।

इस कथा का आयोजन शताब्दी नगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है। 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है। कथा दोपहर एक बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है। हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

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