ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के ठिकानों पर कहर बनकर टूटी भारतीय सेना

इस बुकलेट में जारी दो प्रमुख तस्वीरों में थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल डी.के. त्रिपाठी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को 'वॉर रूम' में देखा जा सकता है।

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  • Publish Date - May 26, 2025 / 09:16 PM IST

नई दिल्ली, 26 मई 2025: भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर (operation Sindoor) की नई जानकारी और तस्वीरें सार्वजनिक की हैं। इस अभियान की झलकियों को एक बुकलेट के जरिए साझा किया गया है, जिसे सेना ने अपने कर्मियों के लिए जारी किया है। इसमें 7 मई को हुए हमलों के दौरान की रणनीतिक तैयारियों को दर्शाया गया है, जब सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख ‘ऑपरेशन रूम’ में एक साथ मौजूद थे और पूरे अभियान की निगरानी कर रहे थे।

इस बुकलेट में जारी दो प्रमुख तस्वीरों में थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल डी.के. त्रिपाठी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को ‘वॉर रूम’ में देखा जा सकता है। ये सभी अधिकारी पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकवादियों के ठिकानों पर की जा रही कार्रवाई की बारीकी से निगरानी कर रहे थे।

7 मई को किए गए इस बड़े हमले में भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद (JeM), हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकवादी संगठनों के कई सैन्य, ऑपरेशनल और ट्रेनिंग केंद्रों को तबाह कर दिया। ये ठिकाने पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, चकमरू के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के कोटली, भीमबेर, गुलपुर और मुजफ्फराबाद में स्थित थे।

विशेष रूप से, मुरीदके को निशाना बनाना इस ऑपरेशन की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि यह लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय है, जिसका संचालन आतंकी हाफिज सईद करता है। वहीं, बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी पूरी सटीकता के साथ निशाना बनाया गया, जो कुख्यात आतंकी मसूद अजहर से जुड़ा हुआ है।

इस ऑपरेशन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। यह रणनीतिक और सैन्य रूप से बेहद सफल अभियान माना जा रहा है, जिसने आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को गहरी चोट पहुंचाई है।