ट्रंप ने वाशिंगटन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि संघर्ष के समय कई जेट विमान गिर रहे थे और स्थिति संभावित परमाणु युद्ध जैसी बन सकती थी. उन्होंने बताया कि उन्होंने इसे टालने और संघर्ष विराम करवा देने में सफलता पाई. ट्रंप ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें लाखों लोगों की जिंदगी बचाने का श्रेय दिया.
यह कोई पहला मौका नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह का दावा किया है. उन्होंने पिछले कुछ महीनों में कई बार कहा है कि उन्होंने भारत‑पाक तनाव, साथ ही अन्य वैश्विक संघर्षों को सुलझाने में भूमिका निभाई है और यह उनका शांति प्रयास रहा है.
हालांकि भारत सरकार की ओर से मध्यस्थता के इस दावे को खारिज किया गया है और स्पष्ट किया गया है कि भारत‑पाक संघर्ष विराम में दोनों देशों की अपनी सैन्य और कूटनीतिक वार्ताएँ शामिल थीं. भारत ने बार‑बार बयान दिया है कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का आधिकारिक तौर पर हिस्सा नहीं रहा.
ट्रंप के इस दावे को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा जारी है. कुछ विश्लेषक इसे राजनीतिक बयान के रूप में देख रहे हैं, जबकि भारत‑पाक स्थिति और संघर्ष विराम की वास्तविकता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इसके साथ ही ट्रंप ने हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख को सम्मानित किया है और कई वैश्विक शांति प्रयासों का श्रेय अपने प्रशासन को देता रहा है.
