नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। नीट पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के बाद शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) द्वारा बार-बार आग्रह करने और चेतावनी देने के बावजूद विपक्षी दलों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही, जिसे देखते हुए सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित (Proceedings adjourned for the day) करना पड़ा।
दोपहर 12 बजे दोबारा से लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने फिर से नीट पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच एक सदस्य के शपथ ग्रहण को लेकर वे शांत हुए, जिस दौरान पश्चिम बंगाल से नवनिर्वाचित टीएमसी सांसद एसके नुरुल इस्लाम ने संसद सदस्यता की शपथ ली।
इसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का नाम पुकारा लेकिन नीट पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी खड़े होकर कहा कि संसद के इतिहास में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान किसी अन्य विषय पर चर्चा की परंपरा नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के व्यवहार की वे निंदा करते हैं।
सदन के अंदर जोरदार हंगामा और नारेबाजी जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 1 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले, विपक्षी दलों के हंगामे के कारण शुक्रवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई लोकसभा की कार्यवाही को थोड़ी देर बाद ही 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा था। शुक्रवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर उन पूर्व सांसदों के निधन पर सदन में शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका निधन पिछले सत्र के बाद हुआ।
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी नीट पर चर्चा कराने की मांग करते हुए सदन में कहा कि नीट पर चर्चा के जरिए वे हिंदुस्तान के विद्यार्थियों को सरकार और विपक्ष की तरफ से संयुक्त संदेश देना चाहते हैं। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्थगन प्रस्ताव के नोटिस नहीं लिए जाते।
इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने नीट पर भी चर्चा का समय देने का आश्वासन देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान वे पूरा समय देंगे। वे हर विषय पर बोल सकते हैं और पार्टी को आवंटित पूरा समय ले सकते हैं। लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही।