रांची, 24 अप्रैल (आईएएनएस)| एक वायरल वीडियो क्लिप ने रविवार रात से झारखंड की सियासत में हलचल मचा दी है। यह वीडियो क्लिप झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Video Clip Jharkhand Health Minister Banna Gupta) का है, जिसमें वह कथित तौर पर एक महिला से वीडियो कॉल पर बात कर रहे हैं। दोनों के बीच हो रही बातचीत अश्लील है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसे फर्जी और एडिटेड वीडियो करार देते हुए जमशेदपुर (Jamshedpur)के एसपी को लिखित शिकायत की है और इसकी जांच कराने को कहा है।
बन्ना गुप्ता के मुताबिक इस मामले में उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दूसरी तरफ भाजपा के कई बड़े नेताओं ने इस वीडियो को शर्मनाक बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री के चरित्र पर सवाल खड़ा किया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।
बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिमी क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं और हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री हैं। रविवार की रात यह वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है। खबर है कि केंद्रीय नेतृत्व के एक जिम्मेदार पदाधिकारी ने इस वीडियो की सत्यता पर प्रदेश कमेटी से रिपोर्ट मांगी है।
सियासी गलियारों से लेकर सोशल मीडिया पर यह वीडियो रविवार की रात से तब वायरल होना शुरू हुआ, जब गोड्डा के भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा: “यह है कांग्रेस का चरित्र। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का यह तथाकथित माजरा है। महिलाओं की इज्जत से खेलना, कांग्रेस कार्यकर्ता सुशील शर्मा का अपनी पत्नी को तंदूर में जलाना, काश गांधी परिवार यह समझ पाता। अगर यह सही है तो कांग्रेस के लिए डूब मरनेवाली बात है।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल के सहयोगी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का चाल-चरित्र आज जनता के सामने आया है। राहुल गांधी और मुख्यमंत्री हेमंत इसपर भी चुप्पी साधे रखेंगे या कोई कार्रवाई करेंगे।
बन्ना गुप्ता इस वीडियो को फैब्रिकेटेड बता रहे हैं और इस मामले में उन्होंने साइबर थाना बिष्टुपुर में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी है। बन्ना गुप्ता ने एसएसपी को पत्र लिखकर बताया है कि उनकी तस्वीर लगाकर किसी व्यक्ति ने आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया है। ऐसे में साइबर सेल से इसकी जांच करायी जाये।
गुप्ता ने कहा कि मेरी छवि को धूमिल करने और राजनीतिक विद्वेष की भावना से कुछ राजनीतिक विरोधियों ने साजिश के तहत फर्जी वीडियो वायरल किया है।