ईपीएफ आपके परिवार की सुरक्षा कैसे करता है: जानिए EDLI योजना के बारे में

EDLI के तहत जीवन बीमा कवर कर्मचारी के "लागू मासिक वेतन" (बेसिक + DA) के आधार पर निर्धारित होता है, लेकिन इसका अधिकतम सीमा 15,000 रुपये प्रति माह होती है, चाहे वास्तविक वेतन इससे अधिक हो।

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  • Updated On - December 10, 2025 / 12:17 PM IST

नई दिल्ली: ईपीएफ केवल आपकी रिटायरमेंट सेविंग्स का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आपके परिवार के लिए एक सुरक्षा कवच भी है। यदि किसी कारणवश एक सक्रिय कर्मचारी की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो Employees’ Deposit Linked Insurance (EDLI) योजना के तहत उनके परिवार को एकमुश्त भुगतान मिलता है। इस योजना का उद्देश्य परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करना है और यह सुनिश्चित करना है कि कर्मचारी की मृत्यु के बाद भी उसके परिवार का भरण-पोषण हो सके।

EDLI योजना क्या है?
EDLI का मतलब है Employees’ Deposit Linked Insurance Scheme। यह योजना EPFO द्वारा Employees’ Provident Funds and Miscellaneous Provisions Act, 1952 के तहत संचालित की जाती है। अगर कोई कर्मचारी EPF में योगदान करता है, तो वह स्वतः ही EDLI योजना के तहत जीवन बीमा कवर के लिए योग्य हो जाता है। इसमें कर्मचारी से किसी भी प्रकार का प्रीमियम नहीं लिया जाता, बल्कि नियोक्ता ही इसका भुगतान करता है।

EDLI के मुख्य फायदे और भुगतान सीमा
EDLI के तहत जीवन बीमा कवर कर्मचारी के “लागू मासिक वेतन” (बेसिक + DA) के आधार पर निर्धारित होता है, लेकिन इसका अधिकतम सीमा 15,000 रुपये प्रति माह होती है, चाहे वास्तविक वेतन इससे अधिक हो। नियोक्ता EDLI के लिए कर्मचारी के बेसिक वेतन + DA का 0.5 प्रतिशत योगदान करता है, जो 15,000 रुपये की सीमा तक सीमित होता है।

इस योजना के तहत मौत होने पर अधिकतम भुगतान राशि 7 लाख रुपये तक हो सकती है। इसके अलावा, यह योजना एक न्यूनतम लाभ भी प्रदान करती है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि कम बैलेंस या कम सेवा के बावजूद एक बेसलाइन राशि परिवार को मिल सके।

EDLI लाभ की गणना
EDLI का लाभ आमतौर पर निम्नलिखित फार्मूले से गणना किया जाता है:

लाभ = (अंतिम 12 महीनों का औसत वेतन, 15,000 रुपये तक की सीमा) × 30 + बोनस
इसमें एक अतिरिक्त “आश्वासन लाभ” (fixed assurance benefit) भी होता है जो 2.5 लाख रुपये है।
उदाहरण:
यदि कर्मचारी का औसत वेतन 15,000 रुपये है, तो लाभ होगा: (15,000 × 30) + 2,50,000 = 7,00,000 रुपये।
यदि औसत वेतन 12,000 रुपये है, तो लाभ होगा: (12,000 × 30) + 2,50,000 = 6,10,000 रुपये।

कौन इस योजना के तहत कवर होता है?
EDLI उन कर्मचारियों को कवर करता है जो EPF के सदस्य हैं और EPF कवर किए गए संस्थानों में काम करते हैं। कर्मचारी इस योजना में किसी प्रकार का योगदान नहीं करते, बल्कि पूरी राशि नियोक्ता द्वारा दी जाती है। अगर किसी कर्मचारी की मृत्यु सेवा के दौरान होती है, तो EDLI का लाभ नामांकित व्यक्ति (जो EPF नामांकन रिकॉर्ड में होता है) या अगर कोई नामांकन नहीं है, तो कानूनी उत्तराधिकारी को दिया जाता है।

EDLI का दावा कैसे करें?
अगर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो नामांकित व्यक्ति या कानूनी उत्तराधिकारी नियोक्ता के माध्यम से या EPFO के ऑनलाइन सिस्टम के जरिए दावा कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी दस्तावेजों में मृत्यु प्रमाण पत्र, नामांकित व्यक्ति की पहचान प्रमाण, बैंक विवरण और EPF खाता जानकारी शामिल होती है। EPFO का उद्देश्य EDLI दावों का निपटान 20-30 दिनों में करने का है, हालांकि यह सत्यापन या KYC संबंधित मुद्दों के आधार पर थोड़ा समय ले सकता है।

EDLI क्यों महत्वपूर्ण है?
यह सुनिश्चित करता है कि EPF केवल रिटायरमेंट सेविंग्स तक सीमित न रहे, बल्कि जीवन बीमा सुरक्षा भी प्रदान करता है। चूंकि यह नियोक्ता द्वारा वित्तपोषित और स्वचालित है, कर्मचारी को किसी प्रकार का प्रीमियम नहीं देना पड़ता। 7 लाख रुपये तक का एकमुश्त भुगतान परिवारों के लिए महत्वपूर्ण मदद साबित हो सकता है, खासकर निम्न और मध्य आय वर्ग के कर्मचारियों के लिए।

EDLI योजना EPF और EPS जैसी अन्य EPFO लाभों के साथ मिलकर भारत के श्रमिकों के लिए एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा सुरक्षा जाल तैयार करती है।