नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) जल्द ही हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री (Chief Minister) के नाम का एलान कर सकती है. कांग्रेस नेताओ ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत का श्रेय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को दिया है. हिमाचल में कांग्रेस ने प्रियंका के नेतृत्व में बीजेपी को हरा कर सरकार बनाने जा रही है. जीत के बावजूद पार्टी में मुख्यमंत्री को ले कर खींचातानी चल रही है. राज्य के 40 कांग्रेस विधायकों ने शुक्रवार शाम को पार्टी के पारंपरिक एक लाइन के प्रस्ताव को पारित किया, जिसमें “आलाकमान” को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया. फैसला रविवार तक आने की उम्मीद है. प्रियंका गांधी ने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ कई रैलियों के साथ हिमाचल प्रदेश में पार्टी के अभियान का नेतृत्व किया.
इन चुनावों के लिए रणनीति बनाने में भी वो शामिल थीं. कई नेताओं ने पार्टी की जीत और भाजपा की चुनाव मशीनरी को हराने में उनके नेतृत्व की सराहना की. प्रचार की कमान संभालते हुए प्रियंका गांधी की यह पहली चुनावी सफलता है. पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हार गई थी, सिरमौर, कांगड़ा, सोलन और ऊना में अपनी रैलियों के दौरान प्रियंका गांधी ने अग्निपथ, महंगाई, बेरोजगारी और पुरानी पेंशन योजना के मुद्दे उठाए. देर शाम विधायकों की बैठक हुई, जिसमें समन्वय के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक राजीव शुक्ला, भूपेंद्र हुड्डा और भूपेश बघेल मौजूद थे.
इस दौरान उन्होंने प्रत्येक विधायक से बात की कि किसके पास अधिक समर्थन है. हिमाचल में राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के लिए समर्थक सीएम पद की मांग कर रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं की एक भीड़ ने नारे लगाए और यहां तक कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार को भी रोक दिया, जिसमें मांग की गई कि तीन बार के सांसद और दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को इस पद का हकदार बताया गया. लेकिन उनके अलावा सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री भी इस दौड़ में बताए जा रहे हैं, दोनों का अपने इलाकों में समर्थन है.