जेएनयू में शिवाजी जयंती पर हंगामा लेफ्ट और एबीवीपी का एक दूसरे पर आरोप
By : hashtagu, Last Updated : February 20, 2023 | 10:35 am
वहीं इस झड़प पर एबीवीपी का कहना है कि छात्रसंघ कार्यालय में पहले से ही विदेशी लेनिन, कार्ल मार्क्स और कई भारतीय विचार विरोधियों के चित्र सालों पहले से लगे हैं लेकिन जैसे पिछले साल महाराणा प्रताप और अब शिवाजी का फोटो लगाया गया, यह वामपंथी संगठनों को रास नहीं आया और उन्होंने हिंसक विरोध किया।
एबीवीपी जेएनयू अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि वामपंथियों का चरित्र ही अराजक है वह अपने अलावा किसी और को सहन नहीं कर सकता जैसे ही जेएनयू में शिवाजी और महाराणा प्रताप के विचारों पर बात हुई ये लोग सहन नहीं कर पाए और हमेशा की तरह हमला करने पर उतारू हो गए। अभाविप जेएनयू का कहना है कि वह जेएनयू में भारतीय महापुरुषों को विचारों के प्रसार तथा उनके सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि लेफ्ट से जुड़े छात्रों को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया कि भारतीय सभ्यता के प्रतीक महाराणा प्रताप और शिवाजी जैसे महापुरुषों का चित्र विश्वविद्यालय में लगाया जाए। छात्र संघ के मुताबिक न केवल वह बल्कि देश के लाखों करोड़ों युवा इन महापुरूषों से प्रेरणा लेते हैं। लेकिन जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में इन महापुरुषों के चित्र लगाए गए तो लाइफ से जुड़े छात्रों ने चित्रों को वहां से हटा दिया और तोड़फोड़ की।