नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। चुनावी साल (Election year) में अप्रैल से जून के बीच उत्तर के मैदानी इलाकों समेत दक्षिण भारत में भीषण गर्मी और लू (हीट वेव) चलेगी। इसी समय सात अलग-अलग चरणों में देश में लोकसभा चुनाव भी होंगे। सोमवार को भारत के मौसम विज्ञान विभाग (Imd) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मौसम की यह जानकारी साझा की।
मौसम विभाग ने कहा कि तेईस राज्यों ने हीट वेव से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार की है। हीट वेव के दौरान ही चुनावी रैलियां भी होंगी। बड़ी संख्या में देश के विभिन्न स्थानों पर चुनावी ड्यूटी के लिए लोगों की तैनाती होगी। फोर्स एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जांएगी।
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरन रिजिजू ने कहा, अप्रैल के अंत में और उसके बाद गरम मौसम की भविष्यवाणी की गई है। इस समय करोड़ों लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, इसलिए पहले से तैयारी जरूरी है। हमें आगामी ढाई महीनों में अत्यधिक गर्म मौसम होने का अनुमान है।
आईएमडी ने कहा कि हीटवेव का सबसे ज्यादा असर गरीबों पर पड़ेगा। हीटवेव के दौरान, ऊंचे तापमान से जोखिम पैदा होता है। इसके कारण विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने अधिकारियों से सक्रिय कदम उठाने को कहा, क्योंकि अत्यधिक गर्मी से बिजली और परिवहन प्रणालियों जैसे बुनियादी ढांचे पर दबाव पड़ सकता है।
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