हमने शासन के विभिन्न पहलुओं की कल्पना की, फिर से शुरू किया : पीएम मोदी

By : hashtagu, Last Updated : February 18, 2023 | 12:26 pm

नई दिल्ली, 17 फरवरी (आईएएनएस)| केंद्र (centre) के गरीब-समर्थक और विकास एजेंडे पर जोर देते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने शासन के विभिन्न पहलुओं की फिर से कल्पना की है और उन्हें फिर से शुरू किया है। इकोनॉमिक टाइम्स ग्लोबल बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा कि शासन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह रहा है कि केंद्र ने गरीबों के लिए पुनर्कल्पना और पुनर्रचना की थी, भले ही कई लोग बिना किसी पुनर्कल्पना के उसी उत्पाद को फिर से लॉन्च करने में व्यस्त हैं, इनका निशाना कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर था।

शिखर सम्मेलन में गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, पहले की सरकारों में लोग ‘माई-बाप’ कल्चर को पसंद करते थे। यही कारण है कि उस समय सरकार और लोगों के बीच दूरी थी। गरीब लोगों के पास बैंक खाते होने चाहिए, और ऋण मांगने का अधिकार भी होना चाहिए..उनके पास शौचालय और रसोई गैस तक पहुंच होनी चाहिए। इस तरह के विचार पहले नहीं थे। अब हमारा उद्देश्य गरीबों को सशक्त बनाना है।

उन्होंने कहा, हमारी सरकार ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और अन्य योजनाओं के जरिए गरीबों को 28 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। मोदी ने भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पिछले नौ वर्षों में किए गए विभिन्न विकास कार्यों को सूचीबद्ध करते हुए कहा- जब हम 2014 में सत्ता में आए थे, तब देश में स्वच्छता कवरेज 40 प्रतिशत से कम था। अब, कवरेज बढ़कर 100 प्रतिशत हो गया है। आजादी के 70 साल बाद तीन करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल कनेक्शन थे। अब हमने पिछले साढ़े तीन साल में आठ करोड़ ग्रामीण परिवारों को नए नल कनेक्शन दिए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने पिछड़े जिलों को आकांक्षी जिलों में बदल दिया है। हमने देश की बुनियादी ढांचा रणनीति की फिर से कल्पना की है। हम सर्वोच्च प्राथमिकता पर बुनियादी ढांचे की मैपिंग की फिर से कल्पना कर रहे हैं। 128 हवाई मार्ग जो पहले रक्षा के लिए प्रतिबंधित थे अब खोल दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल में मोबाइल निर्माण इकाइयां बढ़ी हैं, इंटरनेट डेटा दरें घटी हैं और दुनिया भर में 40 फीसदी डिजिटल भुगतान भारत में किया जाता है। कर सुधारों पर पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने कर भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाया है। लोग अब सरकार में विश्वास के कारण करों का भुगतान करने के लिए अधिक उत्सुक हैं। जब करदाताओं को यह आश्वासन दिया जाता है कि वे जो कर दे रहे हैं उसका उपयोग देश के लिए किया जा रहा है, तो वे अपने करों का भुगतान करने की अधिक संभावना रखते हैं। सरकार पर भरोसा जताने के लिए मैं जनता का शुक्रगुजार हूं। उन पर हमारा भरोसा ही हम पर उनका भरोसा बढ़ाएगा।