रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी (Chhattisgarh Congress Committee) में कई बड़े फेरबदल होने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी इस बार बीजेपी के पैटर्न पर संगठन में बदलाव करने की तैयारी में हैं। पार्टी जल्द ही 2 कार्यकारी अध्यक्षों (2 Acting presidents) के नाम की घोषणा करेगी। इसके साथ-साथ एक दर्जन से अधिक जिला अध्यक्ष भी बदले जाएंगे। कार्यकारी अध्यक्ष के लिए इन दिनों दो नाम चर्चा में है। एक भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव और रायपुर पश्चिम से पूर्व विधायक विकास उपाध्याय है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने विष्णुदेव साय को प्रदेश का पहला आदिवासी सीएम बनाया है। वहीं अरुण साव जो की ओबीसी वर्ग से आते हैं। विजय शर्मा जो कि सामान्य वर्ग के हैं, उन्हें डिप्टी सीएम बनाया है। अब कांग्रेस भी इसी तरह का बदलाव संगठन स्तर पर करने की तैयारी में हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज आदिवासी हैं। देवेंद्र यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं और विकास उपाध्याय सामान्य वर्ग से आते हैं। ऐसे में पार्टी इन दोनों युवा नेताओ को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है। इस तरह के फेरबदल कर कांग्रेस पार्टी अपना सामाजिक वोट बैंक बचाए रखने की तैयारी में हैं।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो दिल्ली से निर्देश है कि पार्टी में युवा नेताओं को प्राथमिकता दी जाए। जनाधार वाले युवा नेताओं को पार्टी में पद के साथ जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए गये हैं। यही वजह है कि विधानसभा में उमेश पटेल को उपनेता बनाने की तैयारी है, तो वहीं देवेंद्र और विकास को कार्यकारी अध्यक्ष।
चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी एक और यानी की तीसरा कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है। कहा जा रहा है कि जांजगीर-चांपा की तरफ का कोई एससी विधायक को तीसरा कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
कांग्रेस पार्टी को निर्देश मिला है युवा नेताओं को आगे करने का, ये सबसे पहली और महत्वपूर्ण वजह है। देवेंद्र यादव पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सबसे करीबी विधायकों में से एक माने जाते हैं साथ ही शहरी सीटों में देवेंद्र यादव ही चुनाव जीत कर आए हैं। वहीं अगर विकास उपाध्याय की बात जाए तो वो भले ही चुनाव हार गए हो लेकिन उनकी दिल्ली में पकड़ मजबूत है। कई राज्यों के चुनाव में प्रभारी रहे हैं AICC में भी पदाधिकारी हैं। साथ ही इन दोनों नामों से सामाजिक समीकरण भी बना रहेगा।
मना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के नए प्रदेश प्रभारी जल्द ही छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। उनके दौरे के दौरान कांग्रेस दिग्गजों के साथ बैठक होगी। बैठक में रायशुमारी के बाद संगठन में बदलाव की सूची जारी होने की संभावना है।
रायपुर, दुर्ग, कवर्धा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बलरामपुर, कोरिया, सरगुजा, रामानुजगंज, बैकुंठपुर, कोरबा, बिलासपुर सहित कई जिले में जिला अध्यक्षों पर गाज गिर सकती है। इन जिलों को कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।
नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल को बढ़ाने का पत्र जारी किया था। साफ है कि लोकसभा तक बैज अपनी जिम्मेदारी पर बने रहेंगे। लेकिन उनके अलावा संगठन के कई पदाधिकारी हैं, जिनको हटाएं जाने की चर्चाएं तेज हो गई है।
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज की नियुक्ति चुनाव के चार माह पहले हुई थी। उसके पूर्व पीसीसी की कमान मोहन मरकाम के हाथों में थी। उन्होंने संगठन में अपने अनुसार जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की थी। नए अध्यक्ष के आने के बाद जगदलपुर और एक-दो जगहों के जिला अध्यक्षों को बदला गया।