नई दिल्ली: इन दिनों सोशल मीडिया (social media) पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट धारकों के लिए नियम में बदलाव किया है। पोस्ट के मुताबिक, अब वेटिंग टिकट वाले यात्री ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं, और यह नया नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा। यह दावा सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स द्वारा साझा किया जा रहा है, और कुछ लोग इसे लेकर काफी उत्साहित हैं।
हालांकि, विश्वास न्यूज ने इस दावे की पूरी जांच की है, और पाया है कि यह दावा गलत है। भारतीय रेलवे का मौजूदा नियम वेटिंग टिकट धारकों के लिए कोई बदलाव नहीं कर रहा है। आइए जानते हैं इस दावे के बारे में क्या सच है और रेलवे के नियम क्या कहते हैं।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में यह कहा जा रहा है कि भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट धारकों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। इसके मुताबिक, अब वेटिंग टिकट वाले यात्री बिना किसी परेशानी के रिजर्व कोच में यात्रा कर सकते हैं। यह दावा भी किया जा रहा है कि यह नया नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।
“Waiting Ticket New Rule: अब बिना परेशानी कर सकेंगे सफर, जानें रेलवे का नया नियम
भारतीय रेलवे ने हाल ही में वेटिंग टिकट धारकों के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। इस नए नियम के तहत, अब वेटिंग टिकट वाले यात्री भी बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा कर सकेंगे।”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड से सर्च किया। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, चार्ट तैयार होने के बाद जिन यात्रियों की स्थिति पूरी तरह से कन्फर्म/आरएसी है, उनके नाम चार्ट में दिखाई देंगे और वे अपनी यात्रा कर सकते हैं। जिनके नाम आंशिक रूप से कन्फर्म/आंशिक रूप से प्रतीक्षा सूची या आंशिक रूप से आरएसी/आंशिक रूप से प्रतीक्षा सूची में हैं, उनके नाम वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों सहित चार्ट में दिखाई देंगे। चार्ट तैयार होने के बाद वेटिंग लिस्ट में जिन यात्रियों के नाम पूरी तरह से छूट गए हैं, उनके नाम हटा दिए जाएंगे और चार्ट में नहीं दिखाई देंगे। उन्हें ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं है। यदि उन्हें ट्रेन में यात्रा करते हुए पाया जाता है, तो उन्हें मौजूदा रेलवे नियमों के अनुसार बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री के रूप में माना जाएगा। चार्ट तैयार होने के बाद IRCTC उनके टिकट को कैंसल कर देगा और पैसे रिफंड किए जाएंगे।
आरसीटीसी के कैंसिलेशन रूल्स के मुताबिक, अगर फर्स्ट चार्टिंग के बाद वेटिंग टिकट में किसी भी यात्री की बर्थ या सीट कन्फर्म नहीं होती है तो टिकट अपने-आप रद्द हो जाएगी और टिकट का पूरा पैसा अकाउंट में आ जाएगा।
पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट की तरफ से 18 जुलाई 2024 को पोस्ट कर जानकारी दी गई थी कि रेलवे के 2010 के सर्कुलर के अनुसार, रिजर्व कोच में केवल कन्फर्म और आंशिक रूप से कन्फर्म टिकट वाले ही यात्रा कर सकते हैं। वेटिंग टिकट ऑटोमेटिकली रद्द हो जाता है। अगर कोई यात्री काउंटर से वेटिंग टिकट ले लेता है तो वह जनरल कोच में ही यात्रा कर सकता है, रिजर्व कोच में नहीं। इस नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इंडिया डॉट कॉम की वेबसाइट पर 16 जुलाई 2024 को छपी खबर के अनुसार, भारतीय रेलवे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए कड़े नियम लागू कर दिए हैं। इसके तहत, वेटिंग टिकट पर आरक्षित कोच में यात्रा करने पर यात्री से जुर्माना लेकर अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा। ऐसे यात्री को एसी कोच में सफर करने पर कम से कम 440 रुपये जुर्माना और अगले स्टेशन तक का किराया भरना पड़ेगा। स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट पर यात्रा करने पर 250 रुपये का जुर्माना और अगले स्टेशन तक का किराया देना पड़ेगा।
29 नवंबर 2024 को राज्यसभा में रेलवे में वेटिंग टिकट को लेकर पूछे गए सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि नियमों के अनुसार, वेटिंग लिस्ट वाले यात्री रिजर्व कोच में यात्रा नहीं कर सकते हैं।
सर्च में हमें ऐसी कोई रिपोर्ट या रेलवे का नोटिफिकेशन नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि यह नियम 1 जनवरी 2025 से लागू करने के बारे में कोई घोषणा हुई हो।
इस बारे में नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे के सीनियर पीआरओ कमल जोशी का कहना है कि वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं होने पर ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने पर जुर्मान भरना पड़ सकता है। इस नियम के 1 जनवरी 2025 से बदलने के बारे में अभी तक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
इस तरह के गलत दावे सोशल मीडिया पर तेजी से फैलते हैं और यात्रियों में भ्रम पैदा कर सकते हैं। यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट पर यात्रा करने के बाद जुर्माना भरने से बचने के लिए गलत उम्मीदें पालता है, तो उसे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यात्रियों को रेलवे के नियमों को समझकर ही यात्रा करनी चाहिए और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचना चाहिए।
भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट धारकों के लिए किसी भी तरह का नियम बदलाव नहीं किया है। वेटिंग टिकट पर यात्रा करने पर जुर्माना लगाया जाता है और 1 जनवरी 2025 से कोई नया नियम लागू करने की कोई घोषणा नहीं हुई है। अतः वायरल हो रहे इस दावे को पूरी तरह से गलत और निराधार माना जा सकता है।