‘लाडकी बहिन’ योजना में बड़ा खुलासा: 14,000 से ज्यादा पुरुषों ने लिया महिलाओं के नाम पर लाभ

महिला और बाल विकास विभाग की मासिक समीक्षा में यह सामने आया कि 26.34 लाख लाभार्थी अपात्र हैं। गया है।

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  • Publish Date - July 27, 2025 / 07:25 PM IST

मुंबई: महाराष्ट्र की चर्चित ‘लाडकी बहिन’(Ladki bahen)  योजना को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। राज्य सरकार की नई रिपोर्ट के अनुसार, 14,298 पुरुषों ने झूठी पहचान देकर इस योजना का लाभ उठाया। यह योजना केवल 21 से 65 वर्ष की आयु की निम्न आय वर्ग की महिलाओं के लिए है। इन पुरुष लाभार्थियों के खाते में अब भुगतान रोक दिया गया है।

क्या है ‘लाडकी बहिन’ योजना?

जून 2023 में शुरू की गई यह योजना ₹1,500 प्रति माह की सहायता राशि देती है। इसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक सुरक्षा को बेहतर बनाना है। वर्तमान में योजना के तहत 2.41 करोड़ महिलाओं को यह लाभ दिया जा रहा है, जिस पर सरकार सालाना ₹3,700 करोड़ खर्च कर रही है।

छानबीन में खुली कई परतें

महिला और बाल विकास विभाग की मासिक समीक्षा में यह सामने आया कि 26.34 लाख लाभार्थी अपात्र हैं। इन सभी को योजना से बाहर कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य को पिछले 12 महीनों में ₹1,640 करोड़ का नुकसान अपात्र लाभार्थियों को भुगतान करके हुआ है।

घोटाले के अन्य उदाहरण

  • 1.62 लाख महिलाएं, जिनके परिवार के पास चार पहिया वाहन था — ₹243 करोड़ का नुकसान

  • 2.87 लाख महिलाएं, जो 65 वर्ष से अधिक उम्र की थीं — ₹431.7 करोड़ का नुकसान

  • 797,000 महिलाएं, जो परिवार की तीसरी सदस्य थीं और फर्जी रूप से शामिल की गईं — ₹1,196 करोड़ का नुकसान

ऑनलाइन प्रक्रिया बनी धोखाधड़ी का जरिया

विभाग के अधिकारियों ने माना कि योजना की पूरी तरह ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का गलत फायदा उठाया गया। अब सरकार जमीनी स्तर पर सत्यापन और आय की जांच के लिए इनकम टैक्स विभाग की मदद लेने जा रही है।

महिला और बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि जिला कलेक्टरों की मदद से जमीन पर सत्यापन कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2.25 करोड़ महिलाएं फिलहाल योजना की पात्र हैं।

सख्त कार्रवाई की चेतावनी

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “यह योजना गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए है, पुरुषों के लिए नहीं। जिन्होंने गलत तरीके से पैसा लिया है, उनसे राशि वसूल की जाएगी। यदि वे सहयोग नहीं करते हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”.