हैदराबाद, 5 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा खरीद-फरोख्त के संदिग्ध प्रयास को विफल करने के लिए रविवार रात यहां एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित किए जाने के बाद बिहार के कांग्रेस विधायकों (Congress MLAs of Bihar) के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षाकर्मी शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर रंगारेड्डी जिले के कागजघाट में सिरी नेचर वैली रिज़ॉर्ट (Siri Nature Valley Resort) के आसपास कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
विधायकों के साथ आए बिहार कांग्रेस के कुछ नेता मंत्रियों सहित पार्टी के तेलंगाना नेतृत्व के साथ व्यवस्था का समन्वय कर रहे थे। विधायकों के 11 फरवरी तक रुकने की संभावना है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के झारखंड से लौटने के बाद उनसे मिलने की संभावना है, जहां वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भाग लेने के लिए सोमवार को पहुंचे थे।
चूंकि नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को अपना बहुमत साबित करना है, कुछ कांग्रेस नेताओं ने आशंका व्यक्त की है कि भाजपा या जद (यू) कांग्रेस विधायकों को लुभाने की कोशिश कर सकते हैं। कांग्रेस पार्टी ‘महागठबंधन’ का दूसरा सबसे बड़ा घटक है, जिसने मुख्यमंत्री और जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने के बाद सत्ता खो दी है।
बिहार में कांग्रेस पार्टी के 19 विधायक हैं। शेष तीन विधायकों के भी एक-दो दिन में हैदराबाद पहुंचने की संभावना है। बिहार के विधायक उस दिन हैदराबाद पहुंचे जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस विधायक हैदराबाद में तीन दिवसीय प्रवास के बाद रांची लौटे। दोनों पार्टियों के करीब 40 विधायक दो फरवरी को दो चार्टर्ड विमानों से हैदराबाद पहुंचे थे। वे शहर के बाहरी इलाके में लियोनिया रिज़ॉर्ट में भी ठहरे हुए थे।
चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड की नई सरकार ने सोमवार को राज्य विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के दो दिन बाद शुक्रवार को झामुमो नेता चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
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