नई दिल्ली, 7 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के ‘सुरक्षा बलों के बिना कश्मीर घाटी में शांति लाने’ के आह्वान की आलोचना की, और ऐसे समय में कोई भी ‘विघटनकारी’ बयान देने के प्रति आगाह किया, जब केंद्र शासित प्रदेश में सामान्य स्थिति की वापसी देखी जा रही है।
इल्मी ने कहा, “फारूक अब्दुल्ला का बयान समझ से बाहर है। हम सभी जानते हैं कि उनके शासन के दौरान क्या हुआ था। आम कश्मीरियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया और उनकी आजीविका नष्ट हो गई। अब जब शांति कायम हो गई है, तो वह सेना को हटाने की बात कर रहे हैं।”
एक दिन पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि केंद्र ने कश्मीर घाटी में ‘जबरन’ शांति लाने के लिए सैनिकों की कई बटालिय तैनात की हैं।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, “जाओ, चलो और जम्मू-कश्मीर की सड़कों को देखो। चारों ओर सैनिकों के बिना शांति होनी चाहिए।” शाज़िया इल्मी ने कथित तौर पर अवैध संपत्ति पर बनी मस्जिद से संबंधित हिमाचल प्रदेश के मुद्दे पर भी कांग्रेस की आलोचना की।