नई दिल्ली, (आईएएनएस)| गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। गुजरात चुनाव से पहले विशेष (एक्सक्ल्यूसिव) सीवोटर-एबीपी द्वारा एक जनमत सर्वेक्षण किया गया, इससे यह पता लगाने की कोशिश की गई कि लोगों के मन में क्या है और वह किस पार्टी को सत्ता की चाभी सौंपने जा रहे हैं। गुजरात के सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों के 22,807 लोगों ने इस सर्वे में अपना मत रखा है।
जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में भाजपा को 131 से 139 सीटों के बीच जीतने का अनुमान है। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी। दूसरी तरफ 2017 में कांग्रेस की 77 सीटें थी जो इस बार 31 से 39 सीटों के बीच रहने की उम्मीद है।
सरप्राइज पैकेज है आम आदमी पार्टी (आप)। जिसके 7 से 15 सीटों के बीच जीत का अनुमान है। एक पार्टी के रूप में, आप 2017 के चुनावों में गुजरात में न के बराबर थी। यदि अनुमान काफी हद तक ठीक हैं, तो भाजपा राज्य में 1995 से लगभग लगातार शासन करने के बाद भी विधानसभा चुनाव जीतेगी, और सत्ता में रहेगी जब तक 2027 में अगला चुनाव नहीं होगा, तब तक पार्टी 32 वर्षों तक लगातार गुजरात राज्य पर शासन कर चुकी होगी।
एकमात्र राज्य जहां एक पार्टी या गठबंधन लंबे समय तक सत्ता में रही है, वह है पश्चिम बंगाल जहां माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा ने लगातार 34 वर्षों तक शासन किया।
दिलचस्प बात यह है कि भाजपा द्वारा जीती जाने वाली सीटों की संख्या में उसके वोट शेयर में गिरावट के बावजूद उल्लेखनीय वृद्धि होती दिख रही है। 2017 में 49.1 फीसदी के वोट शेयर की तुलना में इस बार बीजेपी का वोट शेयर 45.4 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 29.1 फीसदी रहने का अनुमान है, जिससे बीजेपी को वोट शेयर में 16 फीसदी से ज्यादा की बढ़त मिल सकती है।