खूंटी, 10 मई (आईएएनएस)। झारखंड के खूंटी में विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन (JMM-Congress-RJD alliance) पर जमकर हमला बोला।
खूंटी से भाजपा प्रत्याशी और जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार को लेकर कंपीटिशन चल रहा है। इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने यहां के आदिवासियों-गरीबों और जनता का पैसा जमकर लूटा है। मोदी सरकार की गारंटी है कि हम लूट का यह पैसा हजम नहीं होने देंगे। इनसे पाई-पाई वसूलेंगे।
झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के घोटालों की फेहरिस्त गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि 1,000 करोड़ का मनरेगा घोटाला, 300 करोड़ का जमीन घोटाला, 1,000 करोड़ का खनन घोटाला हुआ। ऐसे कई घोटालों की लंबी लिस्ट है। मोदी सरकार की गारंटी है कि गरीब जनता का पैसा हजम नहीं होने देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के एटम बम को लेकर हमें धमकी देने वाले मणिशंकर अय्यर और फारुख अब्दुल्ला जैसे इंडी अलायंस के नेता यह कान खोलकर सुन लें कि पाक अधिकृत कश्मीर की एक-एक इंच भूमि भारत की है और भारत की रहेगी। हमारी संसद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है कि पीओके भारत का है। इंडी गठबंधन इस पर सवालिया निशान लगा रहा है, लेकिन, हमारा साफ स्टैंड है कि यह हमारा था और हमारा रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह नरेंद्र मोदी की ही सरकार है, जिसने वर्ष 2025 में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा आज उसी कांग्रेस की गोद में जाकर बैठी है, जिसने झारखंड राज्य का मुद्दा सालों लटकाकर रखा था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी तो झारखंड का निर्माण हुआ। उन्होंने झारखंड बनाया और नरेंद्र मोदी जी ने झारखंड को संवारा है।
अमित शाह ने आगे कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा भी कांग्रेस-जेएमएम जैसी पार्टियों ने अटका-लटकाकर रखा था। हमारी सरकार बनने पर हमने पांच साल में केस जीता, भूमिपूजन किया और मंदिर भी बनाया। मंदिर के लिए राहुल गांधी को निमंत्रण दिया, लेकिन, वो नहीं आए। इसकी वजह यह है कि वह उस वोट बैंक के लोगों से डरते हैं, जो आदिवासियों की जमीन लूटते हैं। झारखंड के आदिवासियों को सबसे ज्यादा खतरा अगर किसी से है तो वह बांग्लादेशी मुसलमानों से है। वह आदिवासी बेटियों से चुपके-चुपके शादी रचाकर यहां की जनसांख्यिकी को बदल रहे हैं। इन घुसपैठियों को कांग्रेस और झामुमो का समर्थन है। उन्हें भाजपा ही रोक सकती है।
नक्सलवाद के खिलाफ अभियान की सफलता का उल्लेख करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यहां जल, जंगल, जमीन पर नक्सलवाद की छाया थी। माओवादी पशुपति टू तिरूपति का नारा लगाते थे। उस नक्सलवाद को खत्म कर मोदी सरकार ने विकास की गंगा बहाई। आदिवासी पूरा जीवन कांग्रेस को वोट देते रहे, लेकिन वह हिसाब दें कि उसने आदिवासियों के लिए क्या किया? उनकी सरकार के समय देश में आदिवासी कल्याण का बजट मात्र 29 हजार करोड़ था, जबकि मोदी सरकार ने 1 लाख 31 हजार करोड़ का बजट दिया। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में सिकल सेल को समाप्त करने के लिए मिशन चलाया। 740 से ज्यादा एकलव्य स्कूल खोले और अब 40 हजार आदिवासी शिक्षकों की भर्ती होगी। 75 विशेष कमजोर जनजातियों के लिए 15 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट हमारी सरकार ने दिया है।
कोविड काल में मोदी सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में हर व्यक्ति को कोविड के मुफ्त टीके लगे। राहुल गांधी इस टीके के खिलाफ प्रचार करते थे। वो कहते थे कि मोदी टीका है, तबीयत बिगड़ जाएगी, पर किसी ने उनकी नहीं सुनी। जब राहुल गांधी ने देखा कि सारे लोग टीका लगा रहे हैं तो रात को चुपचाप टीका लगाने चले गए।