नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। पीएम मोदी ने राजस्थान के अजमेर में चुनावी रैली (Election rally in Ajmer, Rajasthan) को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का कांग्रेस द्वारा निमंत्रण ठुकराने पर भी निशाना साधा।
पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन गया है। लेकिन, प्राण प्रतिष्ठा में जाने का विरोध करना, क्या यह शोभा देता है। इतना ही नहीं अगर कोई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में आ गया। उसको कांग्रेस पार्टी वालों ने छह साल के लिए निकाल दिया। क्या इस देश में ऐसा हो सकता है, प्रभु श्री राम के बिना इस देश की कल्पना कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां कोई मिलता है, तो सुबह-शाम राम-राम बोलता है और अंतिम विदाई में भी ‘राम नाम सत्य है’ बोला जाता है। कांग्रेस द्वारा भगवान राम के खिलाफ विरोध और गुस्सा करना, मेरे दिमाग में नहीं बैठ रहा है। अयोध्या में प्रभु श्रीराम अपने घर विराजे हैं और रामनवमी आ रही है, लोग सज-धज कर इस बार यह त्योहार मनाने वाले हैं, हम देखते हैं कि यह लोग इसका कितना विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जहां रहती है, वहां विकास नहीं हो सकता। कांग्रेस ने ना कभी गरीब की परवाह की और ना ही कभी वंचितों-शोषितों-युवाओं के बारे में सोचा। कांग्रेस के लिए यही कहा जा सकता है- एक तो करेला, दूसरा नीम चढ़ा। एक तो परिवारवादी पार्टी और दूसरा उतनी ही भ्रष्टाचारी पार्टी।
पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि इनके हर पन्ने पर भारत के टुकड़े करने की बू आ रही है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो सोच आजादी के समय मुस्लिम लीग में थी। मुस्लिम लीग के उस समय के विचारों को कांग्रेस आज भारत पर थोपना चाहती है। मुस्लिम लीग की छाप वाले इस घोषणा पत्र में जो बचा-खुचा हिस्सा था, उस पर वामपंथी हावी हो गए हैं। आज कांग्रेस के पास न सिद्धांत बचे हैं और न ही नीतियां बची हैं। ऐसा लग रहा है, कांग्रेस सब कुछ ठेके पर दे चुकी है, पूरी कांग्रेस पार्टी को आउट सोर्स कर चुकी है।
वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के रुख से अलग होकर राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इसके बाद आचार्य कृष्णम ने कल्कि धाम के कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के कई नेताओं को आमंत्रित किया था। इसकी वजह से कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।