छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर घमासान: भूपेश ने भाजपा पर साधा निशाना, बीजेपी ने कांग्रेस शासन पर किया पलटवार
By : hashtagu, Last Updated : June 10, 2025 | 4:25 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण (Conversion) के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। यह विवाद तब और गहराया जब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने नागपुर में एक आरएसएस कार्यक्रम में कहा कि “बस्तर में धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समाज और संघ को मिलकर काम करना चाहिए।” इस बयान पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेताम के बयान पर तंज कसते हुए कहा, “अरविंद नेताम खुद कितनी बार विचारधारा बदल चुके हैं, यह पहले बताएं। वे कभी कांग्रेस में, कभी बीएसपी में, फिर बीजेपी में रहे। अपनी भी एक पार्टी बनाई और अब आरएसएस से जुड़ गए हैं। पहले खुद के मतांतरण की कहानी बताएं।”
बघेल ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि सबसे अधिक धर्मांतरण तो भाजपा शासनकाल में ही हुआ है। “जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे, तब सबसे ज्यादा धर्मांतरण के मामले सामने आए। आज भी कवर्धा, जो गृहमंत्री का क्षेत्र है, वहां सबसे ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। बीजेपी को इससे कोई दिक्कत नहीं क्योंकि उन्हें हिंदू और ईसाई आदिवासी के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण करना आसान लगता है।”
“बीजेपी का डबल गेम है”
बघेल ने भाजपा पर दोहरे रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा शासन में चर्चों की संख्या और मतांतरण के आंकड़े रिकॉर्ड स्तर पर हैं। “हमारे समय में जिन आदिवासियों ने धर्म बदला था, उनके अंतिम संस्कार तक में विरोध होता था। अब डेढ़ साल से ऐसे कोई मामले क्यों नहीं दिख रहे? क्या अब धर्मांतरण करने वालों की मौत नहीं हो रही? यह सब बीजेपी की सियासी स्क्रिप्ट का हिस्सा है।”
उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा के नेता केवल मौत और धर्म को लेकर राजनीति करते हैं। “जो नेता पहले सड़क पर विरोध करते थे, वे अब सांसद हैं, लेकिन संसद में इस मुद्दे पर चुप हैं।”
बीजेपी का पलटवार: “कांग्रेस शासन में आदिवासियों पर अत्याचार हुए”
भूपेश बघेल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में धर्मांतरण का विरोध करने वाले आदिवासियों को पुलिस ने मारा और उनका सिर फोड़ा गया।
चिमनानी ने आरोप लगाया कि 23 दिसंबर 2022 को भूपेश बघेल ने दिल्ली में ईसाई मिशनरी नेताओं से मुलाकात की और उनके साथ खड़े होने की बात कही, लेकिन आदिवासियों के पक्ष में कुछ नहीं कहा।
“कांग्रेस धर्मांतरण पर कार्रवाई में बाधा बनती है”
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि जब भी विष्णुदेव साय की सरकार धर्मांतरण को लेकर किसी अवैध गतिविधि पर कार्रवाई करती है, कांग्रेस के विधायक उसमें रोड़ा बनते हैं। “बिलासपुर के विधायक अटल श्रीवास्तव ने महिला पुलिसकर्मी को खुलेआम धमकाया कि हम कानून व्यवस्था बिगाड़ देंगे। क्या यह जिम्मेदार विपक्ष का रवैया है?”
चिमनानी ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि उनकी सरकार के दौरान एक व्यक्ति अरुण पन्नालाल ने खुलेआम कहा था कि वह संविधान जला देगा और कोई धर्मांतरण रोक नहीं सकता।
“अब जबरन धर्मांतरण नहीं होने दिया जाएगा”
भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया कि अब राज्य में जबरन धर्मांतरण पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी। “एक बलात्कार के आरोपी बजिंदर सिंह का बड़ा कार्यक्रम प्रस्तावित था, जिसे विष्णुदेव साय सरकार ने रद्द कराया। हम किसी भी जबरन धर्मांतरण को बढ़ावा नहीं देंगे।”