बेंगलुरु, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता (Leader of Opposition in Karnataka Assembly) आर अशोक ने सोमवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के साथ अपनी मुलाकात के दौरान क्षुद्र राजनीति को छोड़कर राज्य की जनता का भला करेंगे।
अशोक ने कहा, “उम्मीद है, मैं मानता हूं कि राज्य और कर्नाटक के 6.5 करोड़ लोगों के हितों की रक्षा के लिए, सिद्धारमैया एक राजनेता और एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री का चरित्र प्रदर्शित करेंगे।”
अशोक ने कहा, “संघीय व्यवस्था में केंद्र सरकार के साथ अच्छे संबंध रखना मुख्यमंत्री की न केवल जिम्मेदारी है, बल्कि कर्तव्य भी है। लेकिन सीएम सिद्धारमैया के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ राजनीति से प्रेरित आरोप और बेबुनियाद आरोप लगाना एक बड़ी बात लगती है।”
उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी के खिलाफ उनके आरोपों को देखने के बाद, ऐसा लगता है कि सिद्धारमैया के लिए कर्नाटक के लोगों के हितों की रक्षा करने से ज्यादा महत्वपूर्ण कांग्रेस आलाकमान को संतुष्ट करना है। अशोक ने कहा,“संघीय व्यवस्था में, राज्यों और केंद्र सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारियां हैं। प्रधानमंत्री मोदी, जिन्होंने 12 वर्षों तक एक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, को किसी भी अन्य प्रधान मंत्री की तुलना में राज्य सरकारों की सीमाओं, इसकी आवश्यकताओं और आकांक्षाओं की अधिक समझ है।”
सिद्धारमैया ने राज्य में सूखे और अन्य संकट स्थितियों पर चर्चा के लिए समय नहीं देने को लेकर लगातार बीजेपी और मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कर्नाटक में बीजेपी नेताओं को मोदी से मिलने का समय दिलाने की खुली चुनौती दी। कर्नाटक में सूखे पर चर्चा करने और अधिक धन की मांग के लिए वह आखिरकार मंगलवार सुबह 11:30 बजे नई दिल्ली में मोदी से मिलने के लिए तैयार हैं।