खड़गे ने मनरेगा रद्द के विरोध में देशव्यापी अभियान की पुकार लगाई

खड़गे ने बताया कि मनरेगा ग्रामीण भारत में रोजगार सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित करने वाला एक दूरदर्शी कानून था जिसे दुनियाभर में सराहा गया।

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  • Updated On - December 27, 2025 / 03:07 PM IST

Congress Protest: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि मनरेगा (MGNREGA) को रद्द करने के फैसले के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन जरूरी है। उन्होंने यह बात कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कही, जहाँ उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र, संविधान और नागरिकों के अधिकारों को खतरे में डालने का आरोप लगाया।

खड़गे ने बताया कि मनरेगा ग्रामीण भारत में रोजगार सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित करने वाला एक दूरदर्शी कानून था जिसे दुनियाभर में सराहा गया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने बिना किसी अध्ययन या राज्यों के साथ बातचीत किए इसे रद्द कर दिया है, ठीक वैसे ही जैसे तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के बाद सरकार को पीछे हटना पड़ा था। उनका मानना है कि सरकार का यह कदम गरीबों के हित के खिलाफ है और इससे ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसरों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

खड़गे ने बैठक में यह भी कहा कि मनरेगा के रद्द होने की दिशा में उठाए गए कदमों के खिलाफ जन आंदोलन और सार्वजनिक अभियान चलाकर विरोध जताने की योजना बनानी चाहिए। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे संगठन स्तर पर ठोस रणनीति तैयार करें और इसे देशभर में फैलाएं।

सदस्यों के बीच यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष विभिन्न राज्यों में मनरेगा के रद्द होने के खिलाफ विरोध और जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। पंजाब में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किये और ग्रामीण तथा मजदूर संगठनों ने भी विरोध जताया है।

खड़गे ने खासकर विशेष गहन मत सुधार (SIR) के संबंध में भी चिंता जताई और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों को सीमित करने वाली साजिश बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब लोकतंत्र और संविधान की चुनौतियाँ बढ़ रही हैं, जनता को आवाज उठानी चाहिए।