हैदराबाद, 8 फरवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना की कांग्रेस सरकार (Congress government of Telangana) का कहना है कि उसे कर्ज में डूबा राज्य विरासत में मिला है। राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (Governor Tamilisai Sundararajan) ने बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा और परिषद की पहली संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ”तेलंगाना के लोगों ने पिछली सरकार को एक समृद्ध राज्य सौंपा था और दस साल बाद, उन्होंने हमें कर्ज में डूबा राज्य सौंपा है।”
पिछली बीआरएस सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ”नई विधानसभा के पहले सत्र के दौरान जारी वित्त पर श्वेत पत्र ने पिछली सरकार के सार्वजनिक वित्त प्रबंधन के अक्षम और लापरवाह तरीके को उजागर कर दिया।”
उन्होंने कहा कि हालिया चुनाव एक निर्णायक क्षण, परिवर्तन और समान प्रगति के लिए एक सामूहिक आह्वान है। संदेश स्पष्ट और गूंजने वाला था कि तेलंगाना के लोग स्वतंत्रता, लोकतंत्र और शासन के लिए तरस रहे थे जो उनकी आकांक्षाओं को दर्शाता था। मैं लोगों के सामूहिक ज्ञान की सराहना करता हूं, जिनका फैसला नागरिक अधिकारों और लोकतांत्रिक शासन के लिए आधारशिला बन गया।’
ज्योतिबा फुले प्रजा भवन अब जनता के लिए खुला है और वे अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। तेलंगाना सरकार अब लोगों के लिए और लोगों के लिए है।
इसके अलावा उन्होंने कहा, ”मैं सच्चे लोकतंत्र में लोगों के सेवक के रूप में सेवा करने की सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करने के लिए मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की सराहना करती हूं। प्रजा वाणी कार्यक्रम, इस दिशा में सरकार का पहला कदम है, जो लोगों के शासन के सार का प्रतीक है।
राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि सरकार लोगों के कल्याण और विकास के लिए छह गारंटी को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार के समर्पण को प्रदर्शित करते हुए दो गारंटी पहले ही लागू की जा चुकी हैं।
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