गहलोत की ‘गद्दार’ वाली टिप्पणी पर पायलट बोले : ‘आरोप बेबुनियाद’
By : hashtagu, Last Updated : November 25, 2022 | 12:12 am
पायलट ने एक समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार के दौरान गहलोत द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अशोक गहलोत ने पहले मुझे ‘अक्षम’ बताया था, फिर ‘गद्दार’ कहा। उन्होंने और भी बहुत सारे आरोप लगाए थे। ये पूरी तरह से झूठे, निराधार और फिजूल हैं।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना समय की मांग है। हमें यह देखने की जरूरत है कि हम राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को कैसे सफल बना सकते हैं।”
सचिन पायलट ने कहा, “हमें भाजपा को हराने के लिए एकजुट लड़ाई लड़नी होगी।”
अगले साल होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए पायलट ने कहा, “हमने अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में दो बार सरकार बनाई, लेकिन बाद में हम दोनों चुनाव हार गए। पार्टी आलाकमान चाहता था कि वह सरकार का नेतृत्व करें। इस बार हमारा ध्यान आगामी चुनाव जीतने पर होना चाहिए। ऐसे में एक वरिष्ठ नेता का इस तरह बात करना अच्छा नहीं लगता।”
भारत जोड़ो यात्रा के मध्यप्रदेश चरण के दूसरे दिन यात्रा का नेतृत्व कर रहे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी शामिल हुए।
इससे पहले, गहलोत ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “एक ‘गद्दार’ मुख्यमंत्री नहीं हो सकता। कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट को सीएम नहीं बना सकता। एक ऐसा आदमी, जिसके पास 10 विधायक नहीं हैं .. जिसने विद्रोह किया .. पार्टी को धोखा दिया, वह गद्दार है।”
उन्होंने कहा था, “मेरे पास इस बात के सबूत हैं कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में ठहरे विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये बांटे गए थे।”
गहलोत और पायलट के बीच एक ताजा दरार उस समय पैदा हुई, जब राहुल गांधी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा पर ‘पार्टी को सक्रिय’ करने के लिए निकल पड़े।
यात्रा अगले 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश करते हुए कहा, “अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता हैं। उन्होंने अपने छोटे सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें इस तरह से सुलझाया जाएगा, जिससे पार्टी को मजबूती मिले। अभी यह प्रत्येक कांग्रेसी का कर्तव्य है कि वह पहले से ही बेहद सफल चल रही भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर भारतीय राज्यों में और अधिक प्रभावशाली बनाए।”