नई दिल्ली/जयपुर, 11 अप्रैल (आईएएनएस)| कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में शहीद स्मारक पर अपना एक दिवसीय अनशन शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने शहर में ज्योतिराव फूले को पुष्पांजलि अर्पित की। पायलट ने गहलोत सरकार पर तत्कालीन वसुंधरा सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है।
पायलट ने कहा, वसुंधरा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने वादा किया था कि जांच कराई जाएगी। चूंकि चुनाव में 6-7 महीने बचे हैं, ऐसे में सवाल उठ सकते हैं कि क्या गहलोत और राजे के बीच कोई गठबंधन है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी यह महसूस करना चाहिए कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
सोमवार को, पायलट के अनशन के कुछ घंटे पहले, कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस कदम को पार्टी हित के खिलाफ और पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया।
उन्होंने एक बयान में कहा, सचिन पायलट का कल (मंगलवार) दिन भर का उपवास पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उनकी अपनी सरकार के साथ कोई समस्या है, तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है।
रंधावा ने कहा, मैं पिछले 5 महीनों से एआईसीसी का प्रभारी हूं और पायलट ने कभी भी मेरे साथ इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। मैं उनके संपर्क में हूं और मैं अभी भी शांत बातचीत की अपील करता हूं, क्योंकि वह कांग्रेस के लिए एक निर्विवाद संपत्ति हैं।