भाजपा अध्यक्ष की रेस में शिवराज, खट्टर समेत छह नाम; जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों पर नजर
By : dineshakula, Last Updated : July 6, 2025 | 10:19 am

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी जल्द ही अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष (national president) के नाम का ऐलान कर सकती है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस रेस में कुल छह चेहरे शामिल हैं जिन पर पार्टी मंथन कर रही है। इनमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान प्रमुख नाम हैं। इसके अलावा संगठन में गहरी पकड़ रखने वाले महासचिव सुनील बंसल और विनोद तावड़े भी इस दौड़ में माने जा रहे हैं।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन में तीन बातें सबसे ज्यादा अहम हैं – संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन और जातीय समीकरण। यही वजह है कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व हर पहलू को ध्यान में रखते हुए नाम तय करने में जुटा है। जल्द ही एक केंद्रीय चुनाव समिति का गठन किया जा सकता है, जो जरूरत पड़ने पर नामांकन से लेकर मतदान तक की पूरी प्रक्रिया को संभालेगी।
जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है और वे फिलहाल एक्सटेंशन पर हैं। साथ ही वे केंद्र सरकार में मंत्री भी बन चुके हैं, ऐसे में पार्टी संगठन के लिहाज से नए नेतृत्व की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
भाजपा ने अपने संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं कर सकती, जब तक 50% राज्य इकाइयों में प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुने जा चुके हों। मौजूदा समय में भाजपा की 37 मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयाँ हैं, जिनमें से 26 में प्रदेश अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। खास बात यह है कि जुलाई के पहले दो दिनों में ही पार्टी ने 9 राज्यों – हिमाचल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दमन दीव और लद्दाख – में नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर तस्वीर काफी हद तक स्पष्ट हो गई है।
नए भाजपा अध्यक्ष को अगले कार्यकाल में 12 अहम विधानसभा चुनावों की अगुवाई करनी होगी। पार्टी के नियमों के मुताबिक, अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है और कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक यह पद नहीं संभाल सकता। ऐसे में अगला अध्यक्ष 2026 तक संगठन की बागडोर संभालेगा और उसे पार्टी को नए चुनावी मुकाम पर पहुंचाने की चुनौती होगी।